सदस्य शोकत कुरैशी के हैं कश्मीरी आतंकियों से संबंध? वहाबी आतंकी विचारधारा को बढा रहे है राजस्थान वक्फ बोर्ड के भृष्ट अध्यक्ष नकवी!

बड़े अफ़सोस के साथ लिखना पड रहा है कि राजस्थान राज्य के मुस्लिम वक्फ बोर्ड के भृष्ट अध्यक्ष अबुबकर नकवी और सदस्य शोकत कुरैशी राज्य में वहाबी आतंकी धार्मिक विचारधारा बढाने में लगा हुआ है....?

Update: 2017-08-01 13:57 GMT
धार्मिक विचारधारा से खतरा बना हुआ है। बड़े अफ़सोस के साथ लिखना पड रहा है कि राजस्थान राज्य के मुस्लिम वक्फ बोर्ड के भृष्ट अध्यक्ष अबुबकर नकवी और सदस्य शोकत कुरैशी राज्य में वहाबी आतंकी धार्मिक विचारधारा बढाने में लगा हुआ है। देश में एक और भाजपा और इसकी जननी संघ द्वारा मुस्लिम धर्म के नाम पर वहाबी आतंकी विचारधारा को देश और दुनिया के लिए घातक ख़तरा मानकर इसकी निन्दा की जाती है।
वहीं, राज्य में मुस्लिम वक्फ बोर्ड के बेईमान अध्यक्ष अबुबकर नकवी व बोर्ड के सदस्य आतंकी लगने वाले शोकत कुरैशी द्वारा खुलकर आतंकी वहाबी धार्मिक विचारधारा के मानने वाले लोगो को सूफी मत की दरगाहो, मस्जिदों में पदाधिकारी बनाया जा रहा है। राजस्थान राज्य मूल रूप से इस्लामी सूफीमत को मानने वाले मुस्लिम सूफी संतो के कारण आध्यात्मिक चेतना के लिए विश्व में जाना जाता है। यहाँ विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह है। जहाँ पर देश दुनिया के सभी धर्मो के लोग समान रूप से जियारत करने के लिए आते है।
राज्य में बड़ी आबादी सूफीमत को मानने वाले मुस्लिम धर्म के उदार लोगो की है। इस बड़ी आबादी की धार्मिक भावनाओ को आहात करके राजस्थान वक्फ बोर्ड के आवारा अय्याश अध्यक्ष अबूबकर नकवी व बोर्ड के सदस्य शोकत कुरैशी द्वारा पैसे खाकर राज्य की सभी दरगाहो पर वहाबी आतंक के समर्थक लोगो के बैठाया जा रहा है। यहाँ गोरतलब होगा कि राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड सदस्य शोकत कुरैशी की वक्फ कमेटी द्वारा संचालित मुस्लिम मुसाफिर खाना सांगानेरी गेट जयपुर में नियमित रूप से देश के अशांत प्रदेश जम्मू कश्मीर के आतंकी आकर ठहरते रहते है। सर्दियों के मौसम में गर्म कपड़ो के व्यापारियों के रूप में आतंकी और अब्दुल गनी लोन शब्बीर शाह जैसे अलगाव वादियों के समर्थक अनेक व्यक्ति पूरी सर्दी मुस्लिम मुसाफिर खाना जयपुर में रहकर गुजारते है।
मुस्लिम मुसाफिर खाने में ही शोकत कुरैशी ने अनेक कश्मीरी लड़कियों तक को अपनी शारीरिक भूख मिटने के लिए हवस का शिकार बना डाला है। मजेदार बात है कि कश्मीरी शाल, सूखे मेवे के साथ लकड़ी के कलात्मक काम के सामानों का और एंटिक पूरा महत्त्व के कश्मीरी सामान का शोकत कुरैशी जयपुर में बड़ा व्यापारी है। मात्र कुछ वर्षो में ही शोकत कुरैशी अरबपति बन गया है, जो कि राष्ट्र विरोधी कार्यो के बल पर ही संभव है। सूत्रों के अनुसार शोकत कुरैशी ने अनेक कश्मीरी लड़कियों से लिव इन रिलेशनशिप के रिश्ते बना रखे है जिनके पारिवारिक जन खूंखार आतंकवादी बन कश्मीर में कहर बरपा रहे है। ऐसा नही है कि राज्य के भृष्ट वक्फ बोर्ड अध्यक्ष को इनके आतंकी राष्ट्र विरोधी संबंधो की जानकारी नही है।
 वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के चरित्र हीनता के कारण ही शोकत कुरैशी ने अबुवकर नकवी को अपनी कठपुतली बना रखा है। सूत्रों के अनुसार इस वहाबी आतंकी विचारधारा का सबसे बड़ा समर्थक जईपुर अब्दुल लतीफ़ आरको है जो इस कट्टर विचारधारा के लिए धन की व्यवस्था करता है। अब्दुल लतीफ़ आरको के सम्बन्ध विवादित आतंकीयों के समर्थक माने जाने वाले जाकिर नायक सरीखे देश विरोधीयों से भी है। जाकिर नायक जब भी जयपुर में आता था वह सीधा अब्दुल लतीफ़ आरको की होटलों में लतीफ़ का मेहमान बनकर ठहरता था। यहाँ उल्लेखनीय होगा कि कुछ दिनों पूर्व लतीफ़ आरको की सिन्धी केम्प स्थित होटल में गाय का मांस परोसने के कारण बजरंग दल के लोगो ने भारी प्रदर्शन किया था इस कारण लतीफ की होटल को नगर निगम जयपुर द्वारा सीज कर दिया गया था। अपनी होटलों में तमाम व्यभीचार और एशमोज के सामान से वक्फ बोर्ड अध्यक्ष नकवी व उसके सदस्यों का लतीफ़ स्वागत करता है।
 भृष्ट वक्फ बोर्ड चेयरमेन और आतंकी जैसा दिखने वाले शोकत कुरैशी के शरीर की आयुर्वेद पद्दति से लतीफ़ की होटल में विदेशी लड़कियां मसाज करती है। मसाज पार्लर की आड़ में लतीफ़ आरको ने शहर के कई अधिकारीयों को अपने चंगुल में ले रखा है। वक्फ बोर्ड से हाल ही में रिटायर्ड हुए बेईमान और चोर सईद अहमद और इसके ससुर पूर्व कांग्रेसी विधायक व् मदरसा बोर्ड के चेयरमेन रहे अलाउद्दीन आजाद भी लतीफ़ आरको की मसाज की सार्वजनिक रूप से प्रशंसा करते है ये भी पूर्णतया लतीफ़ के चंगुल में फंसे है। लतीफ़ आरको भूमाफिया की नजरे वक्फ बोर्ड की जमीनों पर लगी है। लतीफ़ आरको ने जयपुर के एम् आई रोड, 22 गोदाम कब्रिस्तान भूमि, करबला की भूमि सहित पोलो विक्ट्री के पास मस्जिद की दुकानों पर जबरन कब्जे कर रखे है।
 हाल ही में जयपुर शहर के महान सूफी संत दाता आमानीशाह की दरगाह के चढ़ावे के रूपये जो दरगाह की दान पेटियों में जमा थे उनको भी लतीफ़ आरको वहाबी आतंकी विचारधारा के समर्थक ने खोला था। यहाँ गोरतलब होगा कि हमारे देश विरोधी हाफिज सईद, तालिबानी, मुल्ला उमर, हिजबुल मुजाहिदीन, जाकिर नायक, अलकायदा के लादेन, अलजवाहिरी आई.एस.आई.एस. के स्वयं मुस्लिम खलीफा बने अल बगदादी के साथ कश्मीर में सक्रीय आधिकांश आतंकी गुटों की विचारधारा वहाबी सलफी कट्टर इस्लामी है। ये सभी गुट दुनियाभर में समान रूप से उदारवादी सूफी मत की 'जीओ और जीने दो' की विचारधारा के मानने वाले ईस्लाम धर्मी लोगो को अपना दुश्मन मानकर उन्हें मोत के घाट उतारते रहते है।
 वहाबी आतंकी विचारधारा के मानने वालो की नजरो में अपने से असहमत लोगो को मारना पुण्य का कार्य है। विश्व में ये आतंकी उदार मुस्लिमो के साथ दुनिया के सभी धर्मो के मानने वाले व्यक्तियों को मारकर स्वर्ग में जाने की और इस्लामी हुकूमत की कल्पना को साकार करने के लिए खून खराबा करते है। इस कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईराक, सीरिया, मिश्र, तुर्की, इंडोनेशिया, मलेशिया, सोमालिया, यमन, लीबिया जैसे देशो में मस्जिद बाजारों दरगाहो में हर कही बम बिस्फोट करके वहाबी आतंकी लोगो की जान लेते रहते है।
देश और दुनिया की दुश्मन बनी वहाबी आतंकी विचारधारा के मानने वाले मुल्लो को राज्य की वक्फ कमेटियों में बैठाकर सूफीमत की देश प्रेमी, इंसानियत भाईचारे को विचारधारा को राज्य के भृष्ट वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अबूबकर नकवी गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा रहे है। वैसे संघ के इन्द्रेश कुमार के परम चेले के रूप में राज्य के वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अबुवाकर नकवी की गिनती होती है। यहाँ पाठको को बता दे की सूफी मत के महान संत ख्वाजा साहब की दरगाह के बम विस्फोटक करके जायरीनो के ह्त्या करने के केस में इन्द्रेश कुमार का नाम भी आया था। जब गुरु ही सूफीमत का दुश्मन हो तो फिर इसे कलियुगी रामभक्त का कलियुगी चेला भृष्ट अबूबकर नकवी भी सूफीमत का कट्टर दुश्मन बन जाए तो इसमें आश्चर्य की बात क्या है ?
कहावत है कि गुरु गुड रह गये और चेले शक्कर हो गये। यहाँ पर भी वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अपने गुरु को पीछे छोड़ते दिखाई दे रहे है। वैसे भी संघ भाजपावालो की राजनीती को वहाबी आतंकियों की खूनी बम विस्फोटक की घटनाओं से बड़ी ताकत मिलती है। इस कारण अबू बकर जैसे भृष्ट आतंकियों की विचारधारा वहाबी मत को राज्य में खाद्य पानी देकर सीच रहे है। झुंझुनू जिले की नरहड़ दरगाह की कमेटी भी अभी भंगकर के वहां भी कोई वहाबी आतंकी बैठाया जाएगा इसकी पूर्ण तैयारी कर ली गई है। दरगाह फाजिल शाह बाबा की दरगाह पर वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के खसमख़ास वहाबी मुल्ले कोयले बेचने वाले ने कब्जा कर लिया है।
 जयपुर में करबला की कमेटी जो अबुबकर ने बनाई है उसमे हिस्ट्रीशीटर आदतन अपराधियों ने फर्जी हस्ताक्षर करके अनेक लोगो के नाम पर स्वयं को अध्यक्ष घोषित कर दिया है। राज्य के भृष्ट मास्टर रहे है अबुबकर के कारण जोधपुर शहर में वक्फ सम्पतियों ही गायब हो चुकी है। कुल मिलाकर इस समय जब समपूर्ण भाजपा सरकार के कुए में भांग घुल चुकी है तब अबुबकर जैसे बेईमान लोग पेसे लेकर देश विरोध आतंकियों को ही अपने आका मानकर उन्हें सूफियों के मजारो पर बैठाएंगे।
प्रेम की विचारधारा पर आतंकी खूनी विचारधारा को बेईमान अबुबकर के बढ़ावा देने से राष्ट्र ओर समाज के लिए चुनोतियाँ पैदा हो रही है। अबुबकर जैसे कुकर्मियों के भृष्ट आचरण से मुसलमान और ईस्लाम धर्म के साथ मानवता पर भी गंभीर रूप से संकट पैदा हो रहे है। निश्चित रूप से विश्व के साथ हमारे देश में आतंकवाद के कारण बड़ी जनधन हानि उठाई है। राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वक्फ मंत्री अरुण चतुर्वेदी क्या बेईमान नकवी और उसके साथी शौकत कुरैशी के राष्ट्रविरोधी कार्यो पर नकेल लगा पाएंगे ?

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लेखक : मो. हफीज, व्यूरो चीफ, राजस्थान

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