समस्या अब बार्डर पर माँ बेटे की सरकार नहीं मोदी की सरकार है!

The problem is now the government of the mother-son's government on the border

Update: 2017-05-02 06:44 GMT

देश में सेना पर हमला होना अब कोई नई बात नहीं है. अब अगर खबर आती भी है तो थोड़ी देर हलचल होती है लेकिन उसके बाद लोग शाम को केंडिल जलाकर कोई पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि देकर अपने काम पर चले जाते है.


अब बात करते है प्रधानमन्त्री मोदी और बीजेपी की, जब केंद्र मनमोहन सिंह की सरकार थी तो बीजेपी के गुजरात के सीएम मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी कहते थे कि बोर्डर समस्या नहीं है समस्या दिल्ली में बैठी माँ बेटी की सरकार है. स्म्रति ईरानी ने कहा कि मनमोहन को चूड़ियाँ भेंट करेंगी सुषमा स्वराज भी कहती थी कि अगर केन्द् भाजपा की सरकार होती तो आज कुछ परिणाम और नजर आते. लेकिन दुर्भाग्य है इस देश का कि सहादत की खबर तो रोज आती है लेकिन किसी नक्सलवादियों की आतंकवादियों की मौत की खबर कम आती है.


देश के प्रधानमन्त्री चूँकि चुनावी मोड़ में रहते है तो देश में सैनिकों की चिंता किसको होगी. जब इतने बड़े देश में दो महीने से कोई जिम्मेदार रक्षा मंत्री नहीं है केवल प्रभारी के रूप में अरुण जेटली रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे है. जिनके पास देश के सबसे बड़े मंत्रालय का जिम्मा पहले से है. आखिर पूर्ण बहुमत की सरकार के पास पूर्ण कालिक रक्षा मंत्री नहीं है. पहले भी अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय मिला था बाद में गोवा के मुख्यमंत्री को इस पद पर बैठाया गया. अब किसको इस जिम्मेदारी से नवाजा जायेगा ये भी अभी अँधेरे में छिपा हुआ है. 


देश की जनता अब मोदी जी आपके दिए गए बयानों का वीडियो भी सोशल मिडिया पर शेयर करके आपको याद दिला रही है. आपने हिमाचल में कहा कि यूपी उत्तराखंड और दिल्ली की हवा अब हिमाचल में आरही है. लेकिन आपने एक बार भी सुकुमा और जम्मू कश्मीर की हवा का जिक्र नहीं किया जो अब आंधी का रूप ले चुकी है. सुकुमा में देश के नक्सलवादी है तो सीमा पर आतंकवादी है बस अंतर है तो इतना कि अब माँ बेटे की सरकार नही मोदी की सरकार है. 

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