अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीयों को दिया बहुत बड़ा झटका!

ऐसे वीजा होल्डर्स जो शरणार्थियों के पारिवारिक सदस्य हैं उन्हें भी प्रविज़नल स्टेटस के लिए अप्लाई करते के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया से गुजरना होगा..

Update: 2017-08-27 04:37 GMT
वाशिंगटन : अमेरिका का स्थायी वीजा पाने के इच्छुक लोगों की मुश्किल बढ़ गई है। अमेरिकी आव्रजन अधिकारी ग्रीन कार्ड के लिए आवदेन करने वाले कुछ विशेष लोगों का इंटरव्यू लेंगे। इससे वीजा आवेदन प्रक्रिया बेहद धीमी पड़ सकती है, जिसमें पहले से ही कई अवरोध हैं।
अमेरिका नागरिकता और आव्रजन सेवा ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि रोजगार आधारित वीजा धारक यदि स्थायी नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे तो उन्हें इंटरव्यू देना होगा। बता दें, भारत, मैक्सिको, चीन, और फिलिपीन जैसे देशों के लोग सबसे अधिक ग्रीन कार्ड हासिल करते हैं।
ऐसे वीजा होल्डर्स जो शरणार्थियों के पारिवारिक सदस्य हैं उन्हें भी प्रविज़नल स्टेटस के लिए अप्लाई करते के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके बाद ही ग्रीन कार्ड प्राप्त होता है। नई नीति 1 अक्टूबर से लागू होगी।
डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी की ओर से जारी आकंड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2015 में करीब 168,000 प्रवासियों ने इन श्रेणियों में स्थानी नागरिकता हासिल की थी। इसमें से अधिकतर (करीब 122,000) ने रोजगार आधारित वीजा से स्थायी नागरिकता का रुख किया था। इंटरव्यू की अनिवार्यता राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के उस प्लान का हिस्सा है जिसके तहत वह अमेरिका में आने वाले प्रवासियों और पर्यटकों के लिए अधिकत पुनरीक्षण चाहते हैं।
गौरतलब है कि ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद एच1बी वीजा पर कड़ा रुख अपनाया था, जिससे प्रवासी लोगों को काफी फर्क पड़ा था। एच1बी वीजा ऐसे पेशेवरों के लिए जारी किया जाता है, जो खास कामों के लिए स्किल्ड होते हैं। अमेरिकी सिटिजनशिप और इमिग्रेशन सर्विसेज के मुताबिक इन खास कामों में वैज्ञानिक, इंजिनियर और कंप्यूटर प्रोग्रामर शामिल हैं। हर साल करीब 65 हजार लोगों को लॉटरी सिस्टम से ऐसे वीजा जारी किए जाते हैं। 

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