तुर्की :नाकाम हुई तख्तापलट की कोशिश ,250 से अधिक की गई जानें

Update: 2016-07-17 03:34 GMT
 तुर्की प्रशासन ने कहा है कि उसने अंसतुष्ट सैनिकों की ओर से राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन से सत्ता कब्जाने की कोशिश को विफल कर देने के बाद पूरे देश पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है। दोनों पक्षों के बीच संघर्ष में 250 से अधिक लोगों की जान गयी हैं।

तुर्की में सेना के एक गुट ने तख्ता पलट की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है. तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगन ने दावा किया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है. अब तक 3000 सैन्य कर्मियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बता दें कि शुक्रवार देर रात सेना के तख्तापलट करने की कोशिश में अब तक 250 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं तकरीबन 1,154 लोग घायल हो चुके हैं.

अपने 13 साल के निरंकुश शासन को मिली रक्तरंजित चुनौती के बाद एर्दोगन ने अपने समर्थकों से आठ करोड़ की जनसंख्या वाले इस रणनीतिक नाटो सदस्य देश में किसी भी तरह की संभावित अराजकता को रोकने के लिए सड़कों पर जमे रहने का आह्वान किया है। तख्तापलट की साजिश में पहले ही 2839 सैनिकों को हिरासत में लिए जाने के साथ ही अधिकारियों ने इस साजिश के लिए अमेरिका में रहने वाले एर्दोगन के प्रतिद्वंद्वी धर्मगुरु फतहुल्ला गुलेन को जिम्मेदार ठहराया।

प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरिम ने कहा,हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में है |उनके साथ तुर्की के शीर्ष जनरल थे | उन्हें भी साजिशकर्ताओं ने बंधक बना लिया था 
यिलदीरिम ने देश में तख्तापलट के प्रयास को लोकतंत्र के लिए काला धब्बा करार दिया | और बताया की रात में हिंसा में 161 लोग मारे गए है |और1 ,440 लोग घायल हुए है |
बिनाली यिलदीरिम ने एक चैनल से बात करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने गैर-कानूनी कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि 'जनता द्वारा चुनी गई सरकार ही सत्ता में रहेगी. सरकार तभी जाएगी, जब जनता चाहेगी.' पीएम ने कहा कि हमला करने वालों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी.

सोशल मीडिया पर लगा बैन

तुर्की में सैन्य हमले के चलते फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब समेत पूरे सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया गया है. इसके अलावा कई चैनलों को ऑफ एयर कर दिया गया और एयरपोर्ट बंद किए गए हैं हालांकि बाद में कुछ लोकल टीवी चैनलों को बहाल कर दिया गया है.

भारतीय नागरिकों के लिए इमरजेंसी नंबर जारी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि अंकारा में भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को स्थिति सामान्य होने तक घरों के अंदर रहने और बाहर न जाने की सलाह दी है. उन्होंने भारतीय नागरिकों के लिए अंकारा में इमरजेंसी नंबर +905303142203 जबकि इस्तांबुल में इमरजेंसी नंबर +905305671095 जारी किए हैं.

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