नई दिल्ली : आजकल मोटापा एक बहुत ही बड़ी समस्या बन गयी हैं, आज के लाइफस्टाइल में सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं। बच्चों के लिए आधुनिक लाइफ स्टाइल ही नहीं बल्कि आधुनिक तकनीकें भी मोटापे की वजह बन जाती हैं।
जन्म के बाद नवजात शिशु अपनी मां की गोद में खुद को सबसे ज्यादा सुरक्षित महसूस करता है लेकिन कभी-कभी मां के मन में इस बात को लेकर आत्मविश्वास की कमी दिखाई देती है कि वह अपने बच्चे का पालन-पोषण सही ढंग से कर रही हैं।
यदि बच्चो के खान-पान तथा रहन-सहन पर ध्यान न दिया जाये तो मोटापा अधिक बढ़ जाता हैं जो कई समस्याओं की वजह बन सकता हैं। ऐसे में उन बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप भी अपने बच्चे के मोटापे को लेकर परेशान हैं तो आज हम आपको बच्चों का वजन कंट्रोल करने के 7 नुस्खे के बार में बताने जा रहे है, आप ये सात तरीके आजमाकर देखें।
♦ आप बच्चों को खेलने, दौड़ने, खेलने, साइकिल चलाने या स्विमिंग के लिए भेजें। उन्हें हमेशा चलते-फिरते रहने के लिए उकसाते रहिए। कभी भी बच्चों पर पढ़ाई का बोझ ना डालें क्योंकि एक ही जगह बैठे रहने के कारण कैलोरी जल्दी बर्न नहीं होती जिस वजह से मोटापा बढ़ता है।
♦ आपको सबसे पहले अपने बच्चों के खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत है। आप इसके लिए उनकी डाइट पोषक तत्वों से भरपूर बनाकर दें। आप अपने बच्चे को एक दिन में 1800 से 2200 के बीच कैलोरी दें। हालांकि लड़कों को आप इससे थोड़ी ज्यादा कैलोरी दे सकते है।
♦ पैक्ड फूड भी आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इसीलिए जिन चीजों पर लो कैलोरी भी अगर लिखा हो तो उन्हें अवॉइड करें क्योंकि उन चीजों में कई ऐसे तत्व होते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
♦ आप बच्चों को घर पर बना हुआ खाना ही खिलाएं। भूख लगने पर उन्हें फ्राइड स्नैक्स जगह फल, दही, दूध आदि पौष्टिक चीजें दें। बच्चों की डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें जिसमें प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स और विटामिन की अधिक मात्रा पाई जाती हो।
♦ बच्चों का मीठा खाना ना बंद करें बल्कि हफ्ते में एक या दो बारी उन्हें उनकी पसंदीदा मिठाई जरूर खिलाएं।
♦ आप कोशिश करें बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाने की। जूस, शेक्स, कोला आदि में कैलोरी की अधिक मात्रा में होती है जो उनकी सेहत के लिए हानिकारक है। गर्मी के मौसम में तो वैसे ही अधिक पानी पीना चाहिए। इसलिए प्यास लगने पर उन्हें पानी ही दें।
♦ अगर बच्चों की डाइटिंग करवा रहे हैं तो आपको भी उनका साथ देना चाहिए। ऐसे में बच्चे मोटिवेटेड तो रहेंगे ही साथ ही आपकी सेहत के लिए भी ये अच्छा है।