BSF में सेलेक्ट 60% कैंडिडेट ने ज्वाइन करने से किया इनकार, बताई चौंकाने वाली वजह

60% selected candidates refused to join in BSF

Update: 2017-05-07 05:39 GMT
नई दिल्ली : इस साल BSF में चुने गए कुल लोगों में से 60 प्रतिशत ने ज्वॉइन करने से इनकार कर दिया है। यह सब भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर फैली अशांति और बीएसफ जवान तेज बहादुर यादव द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के बाद हुआ है।

बता दे, कि 2015 में हुई UPAC की परीक्षा में कुल 28 लोग सिलेक्ट किए गए थे। उन्हें 2017 में बीएसएफ में एसिसटेंट कमांडेंट की पोस्ट पर ज्वॉइन करना था। लेकिन 16 लोगों ने मना कर दिया। हो सकता है कि आने वाले वक्त में ये लोग किसी भी अर्धसैनिक बल की परीक्षा में ना बैठ पाएं, इस रिस्क को देखते हुए भी इन लोगों ने इंकार कर दिया।

इनमे से ज्यादातर कैंडिडेट ने बताया कि BSF उनकी पहली पसंद नहीं है। ज्यादातर की पहली पसंद CISF है। एक ने कहा कि CISF में शहरों में पोस्टिंग होगी, जिससे आगे की पढ़ाई भी की जा सकती है। IAS ऑफिसर बनना ज्यादातर पर पहला लक्ष्य है। एक ने तो यहां तक कह दिया कि बीएसएफ में शीर्ष तक नहीं जाने दिया जाता है। ये भी तर्क दिया कि इसमें वेतन वृद्धि भी समय से नहीं होता।

एक कैंडिडेट ने तो यह भी कहा कि लोगों की नजरों में आर्मी की इज्जत बीएसएफ के जवान से ज्यादा होती है। दूसरे ने कहा कि लड़का खोज रहे परिवार की पहली पसंद भी आर्मी वाला होता है बीएसएफ का जवान नहीं।

इस मामले पर बात करते हुए BSF के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि BSF, CRPF और ITBP में काफी कठिन जगहों पर पोस्टिंग होती है। इसलिए लोग इसमें आने से कतराते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इसमें आने के लिए मानसिक तौर पर तैयार नहीं हैं उनको ज्वॉइन नहीं करना चाहिए।

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