जम्मू-कश्मीर में फैसले लेने के लिए सेना स्वतंत्र, सरकार की तरफ से कोई रोक नहीं : अरुण जेटली
Army is free to take decisions in Jammu and Kashmir said Arun Jaitley
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में युद्ध जैसे क्षेत्र में फैसले लेने के लिए सेना स्वतंत्र है। सेना द्वारा एक कश्मीरी युवक को जीप के बोनट पर बांधने के मामले में उठे विवाद के बीच जेटली का यह बयान आया है।
जेटली ने कहा, सैन्य समाधान सैन्य अधिकारी मुहैया कराते हैं। युद्ध जैसे क्षेत्र में जब आप हों तो स्थितियों से कैसे निपटा जाए, हमें अपने सैन्य अधिकारियों को निर्णय लेने की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने कहा, उन्हें संसद के सदस्यों से विचार-विमर्श नहीं करना होगा कि इस प्रकार की परिस्थिति में क्या करना चाहिए। बता दे, कि रक्षा मंत्री जम्मू कश्मीर की स्थितियों के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे।
भारतीय आर्मी ने कल कहा था कि उसने नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी ठिकानों पर 'दंडात्मक गोलाबारी' की जिससे पाकिस्तान को कुछ नुकसान पहुंचा है। सेना ने सैन्य कार्रवाई का एक वीडियो जारी किया जिसमें वनक्षेत्र में कुछ ढांचों को बार-बार की गई गोलाबारी के कारण नेस्तनाबूद होते दिखाया गया है।
सेना के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सियाचिन में भारतीय सेना को उलझाकर LOC पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है। सियाचिन के पास पाकिस्तान वायु सेना की उड़ानें इसी रणनीति का हिस्सा हो सकती हैं।