'मेरे पिता शहीद हैं और मैं उनकी बेटी हूं, लेकिन मैं आपके शहीद की बेटी नहीं हूं' : गुरमेहर कौर

Update: 2017-04-12 05:06 GMT
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में रामजस कॉलेज में हुए विवाद में ABVP को चैलेंज कर चर्चा में आईं गुरमेहर कौर ने काफी समय बाद अपनी खामोशी तोड़ी है। अपने ब्लॉग में गुरमेहर ने कहा है कि मैं 'आपके शहीद' की बेटी नहीं हूं।

लेडी श्रीराम कॉलेज की स्टूडेंट गुरमेहर ने ब्लॉग लिख कर अपनी बात रखी है। गुरमेहर ने 'आई एम' शीर्षक से लिखे अपने ब्लॉग में कहा, 'मेरे पिता शहीद हैं और मैं उनकी बेटी हूं। लेकिन मैं आपके शहीद की बेटी नहीं हूं।' गुरमेहर ने अपने ट्विटर हैंडल पर ब्लॉग को पोस्ट किया, जहां उनके 54 हजार से अधिक फॉलोअर हैं।

गुरमेहर ने कहा कि 'हू एम आई?' एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब मैं कुछ हफ्ते पहले तक बिना किसी संकोच या चिंता के दे सकती थी। लेकिन अब मैं पक्के तौर पर ऐसा नहीं कह सकती। आपने टेलीविजन स्क्रीन पर अपने हाथों में प्लेकार्ड लिए, भौंहे चढ़ाए हुए और मोबाइल फोन के कैमरे पर टिकी आंखों वाली जिस लड़की को देखा होगा, वह निश्चित तौर पर मुझ जैसी दिखती होगी। उसके चेहरे पर चमकने वाली विचारों की उत्तेजना में निश्चित तौर पर मेरी झलक होगी। वह उग्र दिखती है, मैं उससे भी सहमत हूं। लेकिन 'ब्रेकिंग न्यूज़ की हेडलाइन्स' एक दूसरी ही कहानी सुनाती है। मैं वो हेडलाइन्स नहीं हूं।'


गौरतलब है कि फरवरी में डीयू के रामजस कॉलेज में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच हुई झड़प के दौरान गुरमेहर कौर रातों रात चर्चा में आई थी। करगिल युद्ध में शहीद हुए जवान की बेटी गुरमेहर ने युद्ध और हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई थी।

Similar News