राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष को ऐसे चौंकाएंगे मोदी? विपक्ष बैकफुट पर नजर आएगा

Modi will surprise the opposition in the presidential election

Update: 2017-05-01 05:40 GMT
इस बार कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष काफी पहले से ही साझा उम्मीदवार खड़ा करने की कवायद में जुट गया है जिससे बीजेपी को भी यह कहने का बहाना मिल गया है कि उसने सर्वसम्मति की संभावनाएं क्यों नहीं तलाशीं। एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, 'मोदी की चौंका देने की क्षमता को कम मत आंकिए। हो सकता है कि वह ऐसा उम्मीदवार सामने ले आएं जिससे विपक्ष के नेता बैकफुट पर जाने को मजबूर हो जाएं और चुनाव लड़ना उन्हें राजनीतिक तौर पर भारी पड़ जाए।'

इसे भी पढ़ें राष्ट्रपति का नाम तय, RSS के इस करीबी नेता को मिल सकती है कुर्सी !

राष्ट्रपति चुनाव में सर्वसम्मति से उम्मीदवार चुने जाने के सवाल पर एक प्रभावशाली बीजेपी नेता ने कहा, 'अगर विपक्ष अपना उम्मीदवार खड़ा करता है तो हमारे पास चुनाव लड़कर जीतने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।' उन्होंने यह भी कहा कि अगर विपक्ष सर्वसम्मति का आदर करता है तो हम इसका स्वागत करेंगे। दरअसल, कांग्रेस के नेतृत्व में बीजेपी विरोधी खेमा राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार खड़ा करने की कवायद में जुटा है। ऐसे में बीजेपी ने भी अभी से विपक्ष की इस जल्दबाजी पर निशाना साधने की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी के पदाधाकिरी सर्वसम्मति से उम्मीदवार न चुनने के लिए विपक्ष को घेरने को तैयार बैठे हैं।

इसे भी पढ़ें  चुनाव को लेकर नीति आयोग ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का किया समर्थन

राष्ट्रपति चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करने की विपक्ष की 'जल्दबाजी' से संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी के सामने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुने जाने का विकल्प लगभग खत्म होता जा रहा है। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव की तारीखों का ऐलान तक नहीं किया है, पर विपक्षी दलों के बीच अपना उम्मीदवार फाइनल करने की कवायद काफी तेज नजर आ रही है। ऐसे में सर्वसम्मति से चुनाव न हो पाने की सूरत में बीजेपी को इसका ठीकरा विपक्ष पर फोड़ने की वजह मिल गई है। पार्टी नेता यह भी कह रहे हैं कि मोदी अपने उम्मीदवार से विपक्ष को चौंका भी सकते हैं।

इसे भी पढ़ें  राष्ट्रपति पद के लिए शिवसेना ने शरद पवार का किया समर्थन

पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्ष के कई बड़े नेताओं से साझा उम्मीदवार पर चर्चा के लिए मुलाकात की है। खास बात यह है कि सत्ताधारी बीजेपी की ओर से अभी तक इस मसले पर कुछ साफ नहीं कहा गया है, पर विपक्ष के नेता अभी से सार्वजनिक तौर पर अपना उम्मीदवार खड़ा करने की बात कर रहे हैं। 2002 में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने एपीजी अब्दुल कलाम को सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाया था। उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद कलाम के लिए नामांकन पत्र का एक-एक सेट दाखिल किया था। सिर्फ वामपंथी दलों ने अपना अलग उम्मीदवार खड़ा किया था।

इसे भी पढ़ें  राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां तेज, सुषमा के चुने जाने की अटकलें

Similar News