अमरनाथ यात्रियों पर मंडरा रहा पत्थरबाजी का खतरा!, गृह मंत्रालय ने की हाई लेवल मीटिंग

Rocketing threats on Amarnath pilgrims

Update: 2017-05-23 13:34 GMT
नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे और पत्थरबाजी की आशंकाओं के बीच केंद्रीय गृह सचिव ने गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की है। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव, जम्मू कश्मीर के डीजीपी और केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों के डीजी शामिल हुए।

बता दे, कि अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक करीब 1 लाख 52 हजार श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं, यह वह यात्री हैं जो सड़क रास्ते से पैदल चलकर पवित्र शिवलिंग के दर्शन करेंगे। साथ ही 25000 यात्रियों ने हेलीकॉप्टर से जाने के लिए पंजीकरण कराया है।

इस बार यात्रा के दौरान खतरे से निपटने के लिए पहले से अधिक सुरक्षा दी जाएगी। पिछले बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 189 कंपनियां लगाई गईं थी, लेकिन इस बार जम्मू कश्मीर सरकार ने केंद्र से 279 कंपनियों की मांग की है। यानिकी इस बार खतरे काे देखते हुए 90 अतिरिक्त कंपनियाें की मांग की गई है।

श्रद्धालुओं के ठहरने के इंतजाम वाली जगहों पर चार स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। जहां भी यात्री रुकते हैं वहां पूरे जत्थे के साथ रुकते हैं और भारी तादाद में एक साथ वहां लोग मौदूद रहते हैं। इसी के मद्देनजर ऐसे स्थानों पर सुरक्षा कड़ी रहेगी। अमरनाथ यात्रियों पर इस बार पत्थरबाजी का सबसे ज्यादा खतरा है।

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