मालेगांव ब्लास्ट केस में कर्नल पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, 9 साल से जेल में हैं बंद
मालेगांव ब्लास्ट केस सजा काट रहे ले.कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। आपको बता दें कर्नल पुरोहित नौ साल से जेल में बंद थे।;
नई दिल्ली : मालेगांव ब्लास्ट केस सजा काट रहे ले.कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। आपको बता दें कर्नल पुरोहित नौ साल से जेल में बंद थे। 18 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने कर्नल पुरोहित की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था।
Supreme Court grants bail to 2008 Malegaon blast accused Lt Colonel Prasad Shrikant Purohit. pic.twitter.com/9md0hmjhK2
— ANI (@ANI) August 21, 2017
सुनवाई के दौरान पुरोहित के वकील हरीश साल्वे ने कहा था कि वे नौ सालों से जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ अभी तक आरोप तय नहीं हुए हैं। हरीश साल्वे ने कहा था कि पुरोहित के खिलाफ मकोका के तहत आरोप हटा दिए गए हैं, लिहाजा वे अंतरिम जमानत के हकदार हैं। एनआईए की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल मनिंदर सिंह ने कहा कि पुरोहित के खिलाफ साक्ष्य हैं जो आरोप तय करने में मददगार होंगे।
इससे पहले भी मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी कर्नल श्रीकांत पुरोहित की जमानत याचिका और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की जमानत रद्द करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। वहीं NIA ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल कर 2008 मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी कर्नल श्रीकांत पुरोहित की जमानत का विरोध किया है। NIA ने अपने जवाब में कहा है कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का मामला श्रीकांत पुरोहित से अलग है। NIA ने अपने जवाब में कहा है कि पुरोहित के खिलाफ कई सबूत एकत्रित किए गए है। दरअसल, कर्नल पुरोहित ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने NIA को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
गौरतलब है कि इसी साल 25 अप्रैल को 2008 के मालेगांव धमाका केस में बॉम्बे हाईकोर्ट से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जमानत मिल गई थी। हाईकोर्ट ने प्रज्ञा पर लगाई गई मकोका धारा को भी हटा दिया था, जिसके बाद मकोका के तहत जुटाए गए सबूत भी केस से निकाल दिए गए। हालांकि इस मामले में कोर्ट ने कर्नल पुरोहित को जमानत देने से इंकार कर दिया था।
2008 में हुए मालेगांव धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी और तकरीबन 100 लोग जख्मी हो गए थे। 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में एक बाइक में बम लगाकर विस्फोट किया गया था। साध्वी प्रज्ञा पर भोपाल, फरीदाबाद की बैठक में धमाके की साजिश रचने के आरोप लगे थे। साध्वी और पुरोहित को 2008 में गिरफ्तार किया था।