नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए अभी से इस पद के लिए देश की प्रमुख पार्टियों ने सरगर्मियां तेज कर दी हैं। राष्ट्रपति पद की दौड़ में कई दिग्गज नेता शामिल हैं। पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवानी पर आपराधिक साजिश के तहत मुकद्दमा चलाने का आदेश देने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।
बता दे कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। इससे पहले इस दौड़ में अडवानी का नाम पहले स्थान पर माना जा रहा था। वैसे अडवानी अभी भी इस दौड़ में शामिल हैं। अच्छी छवि और उनके बतौर विदेश मंत्री किए जा रहे कार्यों को देखते हुए सुषमा स्वराज के चुने जाने की संभावना ज्यादा है। इस दौड़ में केंद्रीय शहरी आवास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री एम. वेंकैया नायडू भी शामिल हैं।
वही बिहार के CM नीतीश कुमार 21 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास 10 जनपथ पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर दोनों के बीच चर्चा हुई। राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष द्वारा एक ही उम्मीदवार खड़ा करने पर भी बातचीत हुई। जेडीयू की ओर से कहा गया कि बीजेपी का सामना करने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को साथ आना चाहिए।