मोदी के मंत्रिमंडल में किसे मिलेगा स्थान और कौन बनेगा राज्यपाल?

Who will get the place of Modi's cabinet and who will become governor?

Update: 2017-08-15 10:14 GMT

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का नया चेहरा कैसा होगा, कौन हटेंगे और कौन बनेंगे मंत्री ? यह सब कुछ तय हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक कर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी मंजूरी दे दी है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि 19 अगस्त के बाद यह बदलाव कभी भी देखने को मिल सकता है. गौरतलब है कि जनता दल (यूनाइटेड) की बैठक 19 अगस्त को है, जिसमें राजग में शामिल होने की औपचारिक घोषणा होगी. साथ ही यह भी तय होगा कि जदयू से कौन दो मंत्री बनेंगे. एक कैबिनेट और एक राज्य स्तर का मंत्री बनाये जाने की प्रबल संभावना है. एआईएडीएमके के दोनों गुटों के मध्य विलय की तैयारी भी चल रही है. उम्मीद है कि तब तक यह कार्य भी पूरा हो जाएगा. एआईएडीएमके भी राजग में शामिल होगा और इसके भी सदस्य मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे. शिव सेना से भी एक सदस्य को राज्य मंत्री बनाया जाना है, फिलहाल इसका एक ही मंत्री हैं. बीजेपी का जहां तक सवाल है, बीजेपी की सूची तैयार है. सिर्फ राजग के संभावित दलों की तालिका का इंतजार है.


बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के राज्यसभा में एंट्री लेने की तैयारी शुरू होते ही, यह कहा जाने लगा की क्या शाह देश के अगले रक्षा या गृह मंत्री होंगे. हालांकि शाह इस बात को टाल गये. लखनऊ में उन्होंने कहा कि वह बीजेपी अध्यक्ष पद से ही खुश हैं. दरअसल, इस फेरबदल में 2019 के लोकसभा चुनाव और आने वाले विधानसभा चुनावों को भी ध्यान में रखा जाएगा.

 
हो सकती है दर्जनभर मंत्रियों की छूट्टी 
मोदी मंत्रिमडल से दर्जनभर मंत्रियों की छुट्टी किये जाने की संभावना है. सूत्र बता रहे हैं कि जिन मंत्रियों काम-काज ठीक नहीं रहा है उनकी छुट्टी हो सकती है और ऐसे मंत्रियों की संख्या 12 के आसपास मानी जा रही है. खबर ये है कि सरकार ने सभी मंत्रालयों की एक इंटरनल रिपोर्ट तैयार करवाई है और इस रिपोर्ट में अलग-अलग मंत्रालयों और मंत्रियों के काम-काज का ब्यौरा है. हालांकि निकाले जाने वाले में मंत्रियों में कलराज मिश्रा का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. वेंकैया नायडू के उप राष्ट्रपति बनने, मनोहर पर्रिकर के गोवा का मुख्यमंत्री बनने और अनिल दवे के निधन के बाद नगर विकास, सूचना प्रसारण, पर्यावरण और रक्षा जैसे 4 अहम मंत्रालय अतिरिक्त प्रभार पर चल रहे हैं. इसके अलावा ठीक काम ना करने वाले कुछ मंत्रालयों में फेरबदल को मिला दें, तो ठीक-ठाक संख्या में बदलाव होना है.

बीजेपी संगठन से राम माधव और भूपेंद्र यादव को भी मंत्री बनाये जाने की चर्चा है बीजेपी के अलावा एआईएडीएमके, जदयू और शिव सेना के भी शामिल होने की संभावना है. एआईएडीएमके के 2 केबिनेट और 2 राज्यमंत्री बन सकते हैं. इनमें थंबी दुरई, मैत्रेयी, वेणुगोपाल के मंत्री बनने की संभावना अधिक है, हालांकि थंबी दुरई अभी लोकसभा में उपाध्यक्ष हैं. बीजेपी की निगाह वैसे इस उपाध्यक्ष की कुर्सी पर भी है ताकि इस पर भी बीजेपी का ही कोई सदस्य बैठे. जनता दल (यू) के भी मोदी मंत्रिमंडल में 2 मंत्री बनेंगे. कयास लगाया जा रहा है की आरसीपी सिंह और वशिष्ठ नारायण सिंह में से कोई एक कैबिनेट मंत्री बनेंगे. किसी एक अन्य सांसद को राज्य मंत्री भी बनाया जायेगा. वैसे केसी त्यागी का नाम प्रमुखता से चर्चा में है लेकिन संसद के किसी भी सदन के यह सदस्य नहीं हैं. जनता दल (यू) के लोकसभा में दो और राज्यसभा में दस सदस्य हैं. शिवसेना से आनंदराव अडसुल भी राज्यमंत्री बन सकते हैं. अभी तक शिवसेना से एकमात्र अनंत गीते ही कैबिनेट मंत्री हैं.
 आधा दर्जन नए राज्यपालों के बनाये जाने की उम्मीद 
 7 राज्यों के राज्यपालों की सूची भी तैयार हो गई है. इनमें कलराज मिश्रा, लालजी टंडन, विजय कुमार मल्होत्रा, कैलाश जोशी, सीपी ठाकुर और आनंदी बेन पटेल का नाम शामिल है. जीतन राम मांझी को भी राज्यपाल बनाये जाने की चर्चा है. बताया जा रहा है की वह स्वयं इस पद के लिए इच्छुक हैं. दरअसल, देश के आधा दर्जन राज्यों के राजभवन में विभिन्न कारणों से राज्यपाल की कुर्सी खाली है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा बिहार के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देने के बाद से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी बिहार का भी अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं. इसी तरह गुजरात के राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली मध्यप्रदेश का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं. महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव तमिलनाडु का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं. आंध्रप्रदेश के राज्यपाल इएसएल नरसिम्हन तेलंगाना के राज्यपाल का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं. असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित मेघालय के राज्यपाल का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं. नागालैंड के राज्यपाल पद्मनाभा आचार्य अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं. यानी आधा दर्जन राज्य बिहार, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल की कुर्सी खाली है. इसके अलावा दमन दीव के लेफ्टिनेंट गवर्नर प्रफुल्ल खोदा पटेल दादर व नगर हवेली के लेफ्टिनेंट गवर्नर का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे हैं.

बीजेपी के मंत्रीमंडल में प्रतीक्षारत विस्तार को असली जामा जल्द ही पहनाया जा सकता है. कई राज्यों में राज्यपाल के पद खाली है. उनको भी भरे जाने की उम्मीद है. जिसमें कई केन्द्रीय नेता और मंत्री संभावित सूची में है. 

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