छत्तीसगढ़ के बिलासपुर इलाके में हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर है। देर दूर से लोग यहां दर्शन करने आते हैं क्योंकि इसके बारे में कहा जाता है कि यहां मांगी गई मन्नत अक्सर पूरी हो जाती है।
इससे भी अजीब बात ये है कि यहां मन्नत पूरी होने पर भक्तों को हनुमान जी को ब्याज चुकाना पड़ता है। वाकई अपनी कमाई का एक प्रतिशत भाग भक्तों को भगवान को अर्पित करना होता है। ऐसा हर बार जब आपकी कोई मन्नत पूरी होगी तो करना होता है। यह ब्याज चुकाने का कार्य प्रति मंगलवार और शनिवार को ही होता है।
क्या है ब्याज देने की कहानी
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि बरसों पहले एक बार उस क्षेत्र के एक को व्यापार में बहुत नुकसान हुआ था। तब वह व्यापारी हनुमानजी के दर्शन करने आया और मन्नत मांनी कि उसका व्यापार चल निकला तो वो अपने लाभ का एक हिस्सा मंदिर में चढ़ाएगा।
तभी से यह परंपरा शुरू हो गई। ब्याज में आने वाली ये राशि मंदिर द्वारा कल्याण कार्यों में खर्च की जाती है। सभी आने वाले भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर मन्दिर में अपनी कमाई का कुछ हिस्सा देकर हनुमान जी का आशीर्वाद लेते है।