भारत की जनसंख्या को लेकर अमेरिकी रिसर्चर ने किया बड़ा खुलासा, जानिए क्या

American researcher big disclosure about population of India

Update: 2017-05-25 11:14 GMT
नई दिल्ली: अब तक के आंकड़े बताते रहे हैं कि चीन दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है।लेकिन इसी सप्ताह अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ़ विनकॉन्सिन के प्रोफेसर एक रिसर्चर ने दावा किया है कि चीन की आधिकारिक जनसंख्या को लेकर लगाया गया अनुमान गलत है। रिसर्चर यी फुक्सियान का दावा है कि भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है न कि चीन। इस दावे के बाद से इस विषय पर गरमागरम विमर्श का दौर जारी है।

प्रोफेसर ने दावा किया की मौजूदा समय में भारत की आबादी 1.32 अरब है। यी फुक्सियान ने चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। रिसर्चर यी का कहना है कि चीन में साल 1991 से लेकर 2016 तक केवल 377.6 मिलियन जन्म हुए। ये आधिकारिक आंकड़े, 464.8 मिलियन से काफी कम है। इस तरह से चीन की आधिकारिक जनसंख्या लगभग, वर्तमान में, 1.38 अरब है, जोकि गलत है। इसकी बजाय यह 90 मिलियन कम होनी चाहिए। उन्हें लगता है कि वास्तविक आंकड़ा 1.29 अरब है।

उनके इस दावे के बाद से न सिर्फ चीन और भारत बल्कि अन्य देशों में भी खबरें चर्चा में हैं। यदि यी सही हैं तो इसके नतीजे बहुत ज्यादा विकराल होंगे। यदि ये दावे सही हुए तो इसका अर्थ हुआ कि भारत ने चीन से दुनिया के सबसे बड़े देश का तमगा पहले ही छीन लिया है।

हालांकि ऐसा होगा, इसके लिए यूनाइटेटड नेशन्स ने 2022 साल तक का अनुमान लगाया था। इसका मतलब यह भी हुआ कि चीन की जनसंख्या तमाम अनुमान और दुनिया के कयासों के मुकाबले कहीं ज्यादा धीमी थी। यी के मुताबिक यह विवाद उन्हें हैरान नहीं करता और वह अपनी 2013 में आई किताब में पहले ही यह कह चुके हैं कि चीन के ऑफिशल एस्टीमेट्स गलत हैं।

हुनान प्रांत में पैदा हुए यी 1999 में अमेरिका शिफ्ट हो गए थे। यी ने परिवार नियोजन से जुड़े चीन के बेहद सख्त नियमों के खिलाफ लंबे समय तक अभियान चलाया है, खासतौर से इसके वन चाइल्ड पॉलिसी के लिए। प्रोफ़ेसर यी ने यव भी दावा किया कि चीन ने 2015 में एक बच्चे की नीति को बदलकर 2 बच्चों की नीति को लागू किया था। वही भारत के विशेषज्ञों ने इस रिपोर्ट को ख़ारिज कर दिया है।

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