बिहार: एसिड अटैक की शिकार एक छात्रा ने बिजली का तार पकड़कर जान दे दी। वैशाली जिले के सराय थाने के अनवरपुर गांव की 18 साल की मधु को पिछले दो साल से कुछ लफंगे अक्सर छेड़ा करते थे और जब मधु ने इसका विरोध किया तो 24 सितंबर 2014 को उसके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया था।
मधु के लाचार माता-पिता किसी तरह उसे इलाज के लिए पटना लेकर आए। मधु के चेहरे की मुस्कान खत्म हो चुकी थी। एक तरफ जब पटना में उसका इलाज चल रहा था तो दूसरी तरफ लफंगे घर पर आकर लोगों को धमकाते रहे। इलाज के बाद मधु का चेहरा इतना विकृत हो गया कि उसने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया। वह एक कमरे में बंद होकर रह गई थी।
मधु के परिवारवालों का आरोप है कि उस मामले में तीन लड़को की गिरफ्तारी हुई थी और वो लोग कुछ दिन पहले जेल से छूट कर आए हैं। मामला अब भी कोर्ट में चल रहा है जिसकी वजह परिवार वालो को धमकियां मिल रही थी।
परिवार वालों का आरोप है कि प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा था और ऐसे हालात बन गए थे कि मधु इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानने लगी थी और उसने बिजली का एक नंगा तार अपने हाथों में पकड़ लिया और उसे तब तक पकड़े रखा जब तक कि उसकी जान न निकल गई।