लखनऊ: समाजवादी पार्टी और अपना दल एक दूसरे के साथ हाथ मिला सकती हैं। दोनों पार्टियों के बीच पहले दौर की बातचीत दिल्ली में हो चुकी है। ऐसा कहा जा रहा है कि अपना दल की चीफ कृष्णा पटेल और शिवपाल यादव के बीच जल्द ही मीटिंग होने वाली है। इसमें आगे की स्ट्रैटजी तय होगी।
बता दें कि अनुप्रिया पटेल के मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद से मां कृष्णा नाराज हैं। इसके बाद ही एनडीए से अलग होने का फैसला लिया था। अपना दल ने 2017 में 150 सीटों पर चुनाव लड़ने का टारगेट बनाया है।
बता दें, अपना दल में वर्चस्व को लेकर अनुप्रिया की अपनी बहन पल्लवी पटेल से जंग छिड़ी हुई थी, जिसमें मां कृष्णा, पल्लवी के साथ हैं। अपना दल का असर पूर्वांचल में अच्छा-खासा है। यूपी में कुर्मियों के 8% वोट हैं।
अगर इसमें कोइरी, काछी, कुशवाहा जैसी जातियां और जोड़ दें तो पूर्वांचल के बनारस, चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, इलाहाबाद, कानपुर और कानपुर देहात की सीटों पर इनके वोट बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।