पप्पू यादव गिरफ्तारी मामले में केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला!, PM मोदी को कहा धन्यवाद

Center's major decision on Pappu Yadav's arrest case;

Update: 2017-06-10 12:34 GMT
पटना: जन अधिकार पार्टी के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी मामले की जांच अब CBI करेगी। केंद्र सरकार ने यह निर्णय उस गिरफ्तारी के मामले में लिया गया है, जिसके बाद उनके हाथों में हथकड़ी लगायी गई थी। CBI जांच की जानकारी भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेट्ररी मणि राम ने पप्पू यादव की पार्टी के नेशनल जेनरल सेक्रेट्ररी फजील अहमद को पत्र लिखकर दी है।

विगत 24 जनवरी को विधि व्यवस्था को लेकर पटना शहर के गांधी मैदान में दर्ज एक मामले में पुलिस ने सांसद पप्पू यादव को गत 27 मार्च की रात्रि में गिरफ्तार किया था। अपनी गिरफ्तारी के दिन वे बिहार में बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ और बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान पप्पू यादव की पार्टी के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे।

इस प्रदर्शन में जन अधिकार पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने सड़क पर उतरे थे। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर पथराव किया। इस झड़प में दोनों तरफ के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।

बता दे, कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पटना के गर्दनीबाग स्थित मैदान में सुबह ही सैकड़ों कार्यकर्ता जुट गए थे, और इसके बाद पप्पू यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे। इस दौरान पप्पू यादव के समर्थकों को रोके जाने पर कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए, उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजीं और कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया था।
 
वहीं, एक अप्रैल को पप्पू यादव को अदालत में पेश किए जाने के लिए पटना स्थित बेउर जेल से कैदियों के वाहन के जरिए हाथ में हथकड़ी लगाए हुए लाया गया और उनकी जमानत की याचिका खारिज होने पर उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया था। इस मामले को लेकर सांसद पप्पू यादव की सांसद पत्नी रंजीत रंजन ने लोकसभा में उनकी गिरफ्तारी का मामला उठाया था। उन्होंने इसे सांसद के सदन में भाग लेने के विशेषाधिकार के अतिक्रमण और राजनीतिक दबाव में पटना जिला प्रशासन की कार्रवाई बताया था।
 
पटना जिला की एक अदालत ने भी पप्पू यादव को हथकड़ी पहनाकर पेश करने के मामले में 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि निलंबित किए जाने वाले पुलिसकर्मियों में सहायक निरीक्षक प्रदीप कुमार, सहायक अवर निरीक्षक जमालुद्दीन और 9 सिपाही शामिल हैं। सीबीआई जांच के मामले में पप्पू यादव ने PM नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए बिहार सरकार के साथ-साथ लालू यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुझे जानबुझ कर चार घंटे तक पटना पुलिस ने परेशान किया था।दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाये।

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