'जय श्री राम' का नारा लगाने वाले JDU के मंत्री खुर्शीद पर फतवा जारी, ईमान बेचना का आरोप, इस्लाम से बेदखल
नितीश सरकार में JDU कोटे से मुस्लिम मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद की 'जय श्री राम' का नारा लगाने के बाद मुस्किलें बढ़ गई है।;
पटना: नितीश सरकार में JDU कोटे से मुस्लिम मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद की 'जय श्री राम' का नारा लगाने के बाद मुस्किलें बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार इमारत शरिया के मुफ्ती ने एक फतवा जारी करके खुर्शीद को इस्लाम से बेदखल कर दिया है। इतना ही नहीं फतवे के आधार पर उनका निकाह भी टूट गया है। फतवे के अनुसार उन्हें अपने इस काम के लिए तौबा करके फिर से निकाह करना होगा।
खुर्शीद अहमद उर्फ फिरोज ने कहा है कि उन्हें 'बिहार के विकास और समरसता के लिए 'जय श्री राम' कहने में मुझे कोई हिचक नहीं है। मैं अपने इस कथन से कभी भी कदम पीछे नहीं हटूंगा।' खुर्शीद पश्चिम चंपारण जिले के सिकटा सीट से जदयू के विधायक हैं। नीतीश मंत्रिमंडल में एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा खुर्शीद उर्फ फिरोज को अल्पसंख्यक कल्याण और गन्ना उद्योग विभाग सौंपा गया है। नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने पर RJD नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा था, 'नीतीश कुमार हे राम से जय श्रीराम बोलने लगे हैं।'
शपथ ग्रहण समारोह के बाद संवाददाता से बात करते हुए मंत्री फ़िरोज अहमद खुर्शीद ने कहा कि लोगों ने बड़ी उम्मीद के साथ उन्हें भेजा है। उन्होंने कहा कि उप्पर वाला जनता है कि मैं अकलियत का दुश्मन हूं या इंसाफ दिला रहा हूं। वहीं पत्नी से तलाक पर बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि मैंने कोई अपनी बीबी को तलाक नही दिया कि निकाह टूट जाएगा। खुर्शीद ने मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कहने से निकाह खत्म नही हो जाता। मैं साबित करूंगा कि मेरे दिल में क्या है।
अगर मेरे जय श्री राम कह देने से भाई चारा बन रहेगा तो मैं लगाऊंगा। साथ ही खुर्शीद ने कहा था कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व डिप्टी सीएम व राजद नेता तेजस्वी यादव से बिहार को छुटकारा मिल गया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं अब तक विभिन्न क्षेत्रों में 25 मंदिरों का निर्माण करवा चुका हूं। छठ पर्व के मौके पर हजारों सूप और टोकरी का नि:शुल्क वितरण मैं करवाता हूं।