अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: नीतीश कुमार ने योग कार्यक्रम से किया किनारा, बताया कारण, जानिए क्या
CM नीतीश कुमार ने लगातार तीसरे साल भी इससे दूरी बनाये रखी और इसको लेकर राज्य सरकार ने आज कोई कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया।;
पटना: पूरी दुनिया आज (21) जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रही है, वही बिहार के CM नीतीश कुमार ने लगातार तीसरे साल भी इससे दूरी बनाये रखी और इसको लेकर राज्य सरकार ने आज कोई कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया। BJP के साथ बढ़ती नजदीकी को लेकर चर्चा के बीच नीतीश के इस कदम के पीछे कई संकेत निकाले जा रहे हैं?
बता दे कि नीतीश ने कहा कि मुझे प्रचार करने की आदत नहीं और योग पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। मैं प्रतिदिन योग करता हूं, लेकिन इसका ढोल नहीं पीटता। योग सबको करना चाहिए और यह निहायत ही अपनी पर्सनल पसंद है, किसी को जबर्दस्ती ये सब नहीं थोपना चाहिए। जिसे मन हो करे, ना मन हो ना करे। योग स्वस्थ रहने के लिए सबसे जरूरी है और बिहार इस मामले में अग्रणी रहा है।
उन्होंने कहा बिहार में योग का प्राचीनतम विद्यालय है, लोगों को प्रशिक्षण लेने के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं। इसके साथ ही बिहार ने योग क्रिया, ध्यान और विपश्यना देश-विदेश के लोगों को सिखाया है। बिहार के लिए कोई क्या संदेश देगा?
वही दूसरी इस पर कटाक्ष करते हुए BJP नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी करा दी है और अब शराब की लत छुड़ाने के लिए लोगों को योग करने के लिए प्रोत्साहित करें।
सुशील मोदी ने कहा कि योग से ही शराबबंदी में मदद मिल सकती है, नीतीश कुमार को तो बिहार के लोगों को योग करने के लिए प्रेरित करना चाहिए, उन्हें आज के कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहिए था, लेकिन वो घर में बैठे हैं।