नाराज शरद यादव का दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन, राहुल-अखिलेश सहित 17 दलों के नेता होंगे साथ
शरद यादव 'साझी विरासत बचाओ' के नाम से एक सम्मेलन कर रहे हैं। इस सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अखिलेश यादव सहित 17 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हो रहे हैं
नई दिल्ली : जेडीयू के बागी नेता शरद यादव गुरुवार को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में साझी विरासत बचाओ के नाम से एक सम्मेलन कर रहे हैं। इस सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अखिलेश यादव सहित 17 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हो रहे हैं।
गौरतलब है कि शरद ने नीतीश के खिलाफ नारा बुंलद कर ये संदेश दे दिया है। दोनों के बीच करीब बीस साल पुरानी दोस्ती पर पूर्णविराम लग गया है। बिहार में शरद यादव के करीबी 21 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया क्योंकि ये लोग शरद यादव की यात्रा में शामिल हुए थे। पार्टी से निकाले गए नेताओं में पूर्व मंत्री और दलित नेता रमई राम भी शामिल थे जिन्हें शरद यादव कैंप का माना जाता है।
Delhi: JD(U) leader Sharad Yadav and Ali Anwar at 'Sanjhi Virasat Bachao' event, many Opposition leaders to attend the meet. pic.twitter.com/rifRjHRvVi
— ANI (@ANI) August 17, 2017
शरद ने विपक्षी पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई, जिसमें देश की 17 पार्टियों के नेता शामिल होंगे। इसमें कांग्रेस से राहुल गांधी और मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद सीपीएम से सीताराम येचुरी, एनसीपी से तारिक अनवर को निमंत्रण भेजा है।
जदयू के पूर्व अध्यक्ष यादव ने कहा कि इस आयोजन के लिये फैसला हफ्तों पहले लिया गया था जब उनकी पार्टी विपक्षी समूह का हिस्सा थी। उन्होंने कहा, 'साझा विरासत बचाओ सम्मेलन किसी के खिलाफ नहीं बल्कि देशहित में है। यह देश के 125 करोड़ लोगों के हित में है।'
उन्होंने रोहित वेमुला की आत्महत्या, जेएनयू छात्र नजीब अहमद के लापता होने, देश भर में किसानों की आत्महत्या आदि मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि वंचित लोगों के लिए स्थिति काफी कठिन है। आस्था के नाम पर हिंसा के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का समर्थन करते हुये यादव ने कहा कि यह जमीन पर नजर नहीं आता और मोदी को अपनी पार्टी की सरकारों को यह बताने की जरूरत है कि वह उनके आदेशों का पालन करें।
इस बीच जेडीयू ने कहा है कि शरद यादव को 'दागी नेताओं' के साथ नहीं जाना चाहिए। बता दें कि जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा में अपने संसदीय दल के नेता के पद से हटा दिया है। यादव के साथ राज्यसभा सदस्य अली अनवर अंसारी भी थे जिन्हें पार्टी ने संसदीय दल से निलंबित कर दिया है। पार्टी महासचिव के पद से हटाए गए अरूण श्रीवास्तव भी शरद यादव के साथ मौजूद थे।