नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के विधायक महिलाओं की सुरक्षा का वादा कर सत्ता में आई पर अब अपनी ही सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद हैं। दरअसल आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर सुरक्षा की मांग की थी, जिसमें विधायकों ने कहा था कि जिस तरह का दिल्ली का माहौल है, उससे देखते हुए सुरक्षा मुहैया कराया जाए।
विधायकों ने अपने कार्यालयों में सीसीटीवी लगवाने की मांग की है। विधायकों ने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सिविल डिफेंस के दो वालंटियर की भी डिमांड की है। इन वालंटियरों में एक महिला होनी चाहिए। विधायकों के मुताबिक वो डरे हुए हैं क्योंकि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है।
दरअसल हाल में आम आदमी पार्टी विधायकों पर कई महिलाओं ने छेड़छाड़, बदसलूकी जैसे आरोप लगाए जिसके बाद 4 विधायकों पर एफआईआर हुई। उसमें से दो विधायक गिरफ्तार होकर ज़मानत पर बाहर हैं। विधायको की दलील है कि उन्हें गलत केस में फंसा दिया जाता है। सीसीटीवी से आने-जाने वाले की गतिविधियों पर नजर रहेगी और आरोप लगने की सूरत में सबूत रहेगा।
इस फैसले से पहले ही विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर हो गया। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार को चुनावी वायदे याद दिलाए हैं। गुप्ता ने कहा है कि चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्लीभर में 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगवाने के वायदे किए थे लेकिन कैमरों का कोई अता-पता नहीं है। गुप्ता सवाल खड़े कर रहे हैं कि क्या महिलाओं की सुरक्षा से ज्यादा फिक्र सरकार को अपने विधायकों की है।