नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ कुर्सी पर बिराजमान हो चुके हैं। क्या आपको मालूम है अपने बयानो को लेकर सुर्खियों में रहने वाले योगी आदित्यनाथ एक बार लोकसभा में रो पड़े थे। बात 2006 की है जब लोकसभा में यूपी पुलिस की प्रताड़ना का जिक्र करते हुए योगी रोने लगे थे। आपको बता दे तब उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी और मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम थे।
आदित्यनाथ ने रोत-रोते कहा कि सपा सरकार उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रही है और उन्हें जान का ख़तरा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर जाते हुए शांति भंग करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और जिस मामले में उन्हें सिर्फ़ 12 घंटे बंद रखा जा सकता था, उस मामले में 11 दिन जेल में रखा गया।
उन्होंने कहा था कि 'क्या मैं इस सदन का सदस्य हूं या नहीं। अगर ये सदन मुझे संरक्षण नहीं दे सकता तो मैं इसे छोड़कर जाना चाहता हूं। मैंने अपने जीवन से संन्यास अपने समाज के लिए लिया था। मैंने अपने परिवार और मां-बाप को छोड़ा, इसके बावजूद राजनीतिक पूर्वाग्रह के लिए मुझे अपराधी बनाया क्योंकि मैंने वहां पर भ्रष्टाचार के मामले उठाए और भारत-नेपाल सीमा पर आईएस और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाई। सदन का बराबर ध्यान इस समस्या की ओर दिलाता रहा। वहां की भूखमरी के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इसलिए मेरे खिलाफ मामले बनाए जा रहे हैं।' इस पूरी घटना का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ फूट-फूटकर रोए थे।