नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम नरेश द्वारा खनन परियोजना को लेकर लगाए आरोपों को इंडस्ट्रियलिस्ट गौतम अडानी ने तर्कहीन और राजनीति से प्रेरित बताया। अडानी ने कहा कि पूर्व पर्यावरण मंत्री की बात मौलिकता के आधार पर भी सही नहीं है, क्योंकि उस समय यह खनन परियोजना अडानी ग्रुप के पास नहीं थी।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई, वो मेरा नहीं राजस्थान सरकार का था। उस समय अडानी ग्रुप इस परियोजना में मात्र एक खनन ठेकेदार था। उन्होंने कहा कि यह जानकर आश्चर्य होगा कि उस समय राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी और इस परियोजना को मंजूरी देनेवाले और कोई नहीं खुद जयराम रमेश थे।
अडानी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त मोदी उनके प्लेन का फ्री में इस्तेमाल नहीं करते थे। 'हमारे पास 4 प्लेन्स हैं। कोई उनका मुफ्त में इस्तेमाल नहीं कर सकता। 'क्या कांग्रेस ने GMR ग्रुप का एयरक्राफ्ट का कमर्शियली इस्तेमाल नहीं किया?
अडानी ने कहा, कांग्रेस ने गुजरात के एक प्रोजेक्ट में एन्वायरमेंट के नुकसान पहुंचाने के लिए 200 करोड़ के जुर्माने की बात कही थी। 'उन्हीं की सरकार द्वारा गठित कमेटी ने ऐसे किसी भी जुर्माने के लिए किसी भी कानूनी आधार से इनकार कर दिया।'
इसके बाद न तो तब की और न ही मौजूदा सरकार ने कोई कदम उठाया। अगर कांग्रेस सरकार के सारे आरोप सही थे तो उन्होंने 9 महीने से ज्यादा इंतजार क्यों किया? 'जब एनडीए सत्ता में आई, तो उन्होंने एक साल तक जांच करवाई। वे न तो जल्दी में थे और न ही हमारा फेवर कर रहे थे।