कश्मीर में पत्थरबाजी पर सेना प्रमुख बिपिन रावत का बड़ा बयान

Dirty war has to be fought with innovative ways: Army Chief General Bipin Rawat

Update: 2017-05-28 09:43 GMT
नई दिल्ली : सेना पर कश्मीर में चरमपं​थियों द्वारा लगातार हो रहे पथराव पर पहली बार बोलते हुए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा, जब लोग जब हम पर पथराव कर रहे हों और पेट्रोल बम फेंक रहे हों तो मैं अपने जवानों से 'केवल इंतजार करने और मरने' के लिए नहीं कह सकता हूं। उन्होंने कहा कि पत्थरबाजी का जवाब दिया जाना जरूरी है।

उन्होंने कहा, 'जब लोग हमपर पत्थर और पेट्रोल बम फेंक रहे हों तो मैं अपने लोगों से 'देखते रहने और मरने' के लिए नहीं कह सकता।' सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि मैं खुश होता अगर प्रदर्शनकारी पत्थर फेंकने के बजाए हथियारों से फायर कर रहे होते। रावत के मुताबिक, कश्मीर मुद्दे के ठोस हल की जरूरत है और हर किसी को इसमें शामिल होना होगा। 

बता दें कि जीप पर स्थानीय शख्स को बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई को सम्मानित किए जाने पर अलगाववादी नेताओं और कुछ राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। वहीं, केंद्र सरकार इस मुद्दे पर सेना के साथ है। गोगोई ने भी मीडिया के सामने आकर पूरी घटना की जानकारी दी थी। साथ ही कहा था कि उनका यह कदम स्थानीय लोगों की जान बचाने के लिए उठाया गया था। 

गौरतलब हो कि कश्‍मीर में पिछले कई महीनों से सेना पर पत्‍थरबाजी की घटनाएं हो रही हैं। यह एक राजनीतिक मुद्दा भी बनता जा रहा है। विपक्ष जहां इसके लिए सरकार की नीतियों और सेना के निर्णयों को दोषी ठहरा रहा है वहीं सरकार का बार बार यही कहना है कि देश विरोधी गतिविधियों को सही नहीं ठहराया जा सकता। 

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