सेना के स्कूलों पर गिलानी ने उठाया सवाल, बीजेपी ने किया पलटवार

geelani raised question of goodwill schools

Update: 2017-05-06 12:30 GMT
श्रीनगर : हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन और अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कश्मीर में भारतीय सेना के द्वारा संचालित 'गुड विल' स्कूलों पर सवाल खड़े किए हैं। गिलानी ने कश्मीरियों से इन स्कूलों में अपने बच्चों को नहीं पढ़ाने की अपील की है। गिलानी ने आरोप लगाया कि ये स्कूल कश्मीरी बच्चों को गुमराह कर उन्हें उनके मजहब और संस्कृति से दूर कर रहे हैं।

गिलानी ने कहा कि छोटे-मोटे भौतिक फायदे के लिए हमारी पीढ़ी हमारे हाथों से निकलती जा रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा का हवाला देते हुए गिलानी ने कहा कि भारत सरकार देश को हिंदू राष्ट्र के रूप में देखने के लिए आतुर है और इन स्कूलों में इसी नज़रिए से संचालित किया जा रहा है।

इस अपील पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ ही कांग्रेस ने गिलानी पर सवाल दागे हैं। जितेंद्र सिंह ने कहा, 'कश्मीरी युवाओं को अलगाववादी नेता से यह सवाल पूछना चाहिए कि जिहाद अगर इतना ही महत्वपूर्ण है, तो वह अपने बच्चों को पढ़ाई छोड़कर इसमें शामिल होने को क्यों नहीं कहते हैं।

वही इस बयान पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि जब घाटी में बाढ़ आती है तो आर्मी इनके लिए देवदूत बन जाती है। और जब राजनीति की बात आती है तो ये आर्मी पर निशाना साधना शुरू कर देते हैं।बता दे, कि सेना ने शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए पूरी कश्मीर घाटी खासकर ग्रामीण इलाकों में ऐसे स्कूल खोले हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय छात्र इन स्कूलों में पंजीकृत हैं।

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