तिरुअनंतपुरम: केरल की हिंदू लड़की निमिषा उर्फ फातिमा के धर्मांतरण का मामला अभी मीडिया की तवज्जो से हटा भी नहीं था कि 'जबरन धर्मांतरण' का एक और मामला सामने आया है। अब एक महिला ने आरोप लगाया है कि कोच्चि में ऐरोनॉटिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रही उनकी बेटी का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर मुस्लिम बना दिया गया है।
पंगोडे की मिनी विजयन ने तिरुअनंतपुरम में पुलिस के पास इस सिलसिले में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि मिनी विजयन की बेटी अपर्णा ने अपना नाम बदलकर शहाना रख लिया है। अपर्णा एर्नाकुलम के जुएल एजुकेशन ट्रस्ट की अगस्त, 2013 से छात्रा थी। वह वहां एक हॉस्टल में रह रही थी। मिनी विजयन के मुताबिक, 'उसे जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया है। जब मुझे इसके बारे में पता चला तो पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने अपर्णा को कोझिकोड में खोज निकाला।' पुलिस ने अपर्णा को हाई कोर्ट में पेश किया। मिनी विजयन ने बताया, 'लेकिन वह हमारे बजाय अपर्णा ने कहा कि वह सुमय्या के साथ जाना चाहेगी। वह इसी महिला के साथ कोर्ट आई थी।' पुलिस के मुताबिक अपर्णा फिलहाल मलप्पुरम के मंजेरी में एक धार्मिक केंद्र पर रह रही हैं।
विजयन ने कहा, 'वह गैरमुस्लिमों के बीच इस्लाम धर्म का प्रचार करने वाले संस्थान सत्या सरनी में रह रही है। पहले वह मेरे संपर्क में रहती थी, लेकिन निमिषा का मामला मीडिया में आने के बाद उसने मुझसे संपर्क तोड़ लिया है।' पुलिस ने कहा कि उनके सामने कोई रास्ता नहीं है क्योंकि वह कोर्ट में यह बोल चुकी है कि जिन लोगों ने उसे इस्लाम धर्म दिया है वह उन्हीं के साथ रहना चाहती है।