भोपाल: महिला तहसीलदार ने PM मोदी को लिखा पत्र, कहा-पहले थी KBC वाली, अब हू तबादला वाली मैडम

त्तरप्रदेश में DSP श्रेष्ठा ठाकुर और मध्यप्रदेश में तहसीलदार अमिता सिंह का कार्यक्षेत्र भले ही अलग-अलग हो, लेकिन उनके तबादले सुर्खियों में आ गया है।

Update: 2017-07-14 13:18 GMT
भोपाल: उत्तरप्रदेश में DSP श्रेष्ठा ठाकुर और मध्यप्रदेश में तहसीलदार अमिता सिंह का कार्यक्षेत्र भले ही अलग-अलग हो, लेकिन उनके तबादले सुर्खियों में आ गया है। UP के बुलंदशहर में श्रेष्ठा ठाकुर और BJP नेताओं के बीच हुई बहसबाजी उनके लिए महंगी पड़ी। श्रेष्ठा ठाकुर का ट्रांसफर नेपाल से सटे बहराइच में कर दिया गया। उनके तबादले को लेकर खूब चर्चा हुई कि उन्हें सजा दी गई है। हालांकि योगी सरकार ने इसे रुटीन ट्रांसफर बताया।
कुछ ऐसा ही मामला MP में तहसीलदार पद पर तैनात अमिता सिंह के साथ हुआ। आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है। लगातार तबादले से परेशान राजगढ़ जिले की ब्यावरा तहसील में पदस्थ महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने इस बार सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है। तहसीलदार ने गुरुवार को किए ट्वीट में लिखा- 13 साल की नौकरी के दौरान यह मेरा 25वां ट्रांसफर है। जब भी मेरा ट्रांसफर किया गया, हर बार 500 किमी दूर ही भेजा गया। क्या ब्यावरा में रसूखदारों का अतिक्रमण हटाना ही इतनी दूर भेजने की वजह है... आखिर मैंने ऐसी क्या गलती कर दी...। मुझ पर मानसिक दबाव है, न्याय की उम्मीद के साथ अपील कर रही हूं.. व्यवस्था में मेरा विश्वास है...।
मालूम हो कि तहसीलदार ने राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को भी विस्तृत पत्र लिखा है।12 जुलाई को ब्यावरा तहसीलदार अमिता सिंह तोमर का स्थानांतरण 800 किमी दूर सीधी किया गया है। गत वर्ष 19 सितंबर को राजगढ़ आने के बाद सारंगपुर तहसीलदार के रूप में ज्वाइन किया। एक साल बाद 20 सितंबर को नरसिंहगढ़ भेज दिया। 6 अप्रैल को ब्यावरा ट्रांसफर कर दिया। यहां तीन माह हुए और अब सीधे सीधी भेज दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जुलाई 2003 से जुलाई 2017 के बीच में 13 वर्षों में यह 9वां जिला है और 25वां तहसील स्तरीय स्थानांतरण। ऐसा कर मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। 
प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में कहा कि मेरे खिलाफ न कोई शिकायत आई न लेन-देन व भ्रष्टाचार के आरोप लगे। न मेरे कार्यकाल में फाइलें लंबित हैं, बल्कि राजस्व व बैंक वसूली में राज्य में बेहतर प्रदर्शन रहा। हर वर्ष सीआर बेहतर रहती है। सिंहस्थ में कई प्रमाण-पत्र मिले, सैकड़ों पुरस्कार व मेडल मिले। हाल ही में ब्यावरा में जरूर कुछ रसूखदारों के अतिक्रमण हटाने का काम किया था। क्या यही मुझे इतनी दूर भेजने की वजह है...?
अमिता सिंह ने लिखा कि मैंने 'कौन बनेगा करोड़पति' में 50 लाख रुपये जीते थे, तब से लोग मुझे KBC वाली मैडम कहते थे, लेकिन बार-बार हो रहे तबादलों के कारण मुझे ट्रांसफर वाली मैडम कहा जाने लगा। मुझे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। अधिकांश तहसीलदारों की पूरी नौकरी 2-4 जिलों में ही पूरी हो जाती है, लेकिन यहां पर मेरा तो 14 साल में 25 तहसीलों में ट्रांसफर कर दिया गया।
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