पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सपना था कि सांसद बन जाएं, कभी प्रधानमंत्री बनने की चाहत नहीं रही। उन्होंने यह भी नहीं सोचा था कि कभी मंत्री या मुख्यमंत्री बन जाएंगे।
मशहूर गणितज्ञ और सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा।
नीतीश ने कहा कि आज कुछ लोग मुझे वह बनने को लेकर बदनाम कर रहे हैं, जो मैं कभी बनना ही नहीं चाहता। आज वह जहां हैं अपनी मेहनत से पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे बढ़ेंगे तो टांग खींचने वाले मिलेंगे। पर इससे घबराना नहीं चाहिए। घबरा गए तो फिसलना तय है। दृढ़ रहेंगे तो आगे जाएंगे।
अपने खिलाफ भाजपा नेताओं की नकारात्मक टिप्पणियों के बारे में नीतीश ने कहा कि कुछ लोग उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश में लगे हुए हैं। लेकिन पर वे ऐसा बेकार कर रहे हैं क्योंकि वे प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं पालते।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद, राकांपा प्रमुख शरद पवार और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा था कि वह प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं, जबकि विरोधी भाजपा और राजग के अन्य नेताओं ने इस विषय पर नकारात्मक टिप्पणियां की थीं।