कहाँ है गौरक्षक, उदयपुर में 150 से ज्यादा गायों की मौत

Where is More than 150 Cows of Death in Gaurakpur, Udaipur

Update: 2017-07-07 02:38 GMT

अब गौरक्षकों के लिए बुरी खबर राजस्थान से आ रही है. जहाँ से पहले भी गाय मरने की खबर प्रमुखता से चली थी. जब कई गाय असमय मौत के मुंह में समा गई. अब मामला राजस्थान के ही जोधपुर से आ रही है. जहाँ पिछले महीने में 150 से ज्यादा गाय मर चुकी है और कई मरने की कगार पर है. पर इस समय गौरक्षक दिखाई नहीं दे रहे है क्यों? 


राजस्थान के उदयपुर में सरकारी गोशाला में गायों के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है. हर दिन गायों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. यहां के तितरडी इलाके में नगर निगम की गौशाला में पिछले 6 महीनों में 150 गायों की मौत हो चुकी है.

तितरडी में लावारिस गायों को पालने के लिए नगर निगम ने गौशाला बनाई थी. करोड़ों की लागत से बने इस काइन हाउस में बड़ी संख्या में गायों का पालन चल रहा है. मगर पिछले कुछ महीनों में यहां की स्थिति बदतर होती जा रही है. हर दिन गाय की मौत की खबरें आने लगी हैं. बताया जा रहा है कि गौशाला में देखभाल का अभाव और गायों को चारों देने की लापरवाही के चलते वो मौत का शिकार हो रही हैं. यही वजह है कि पिछले 6 महीनों में 150 से ज्यादा गाय और बछड़े दम तोड़ चुके हैं. 
उदयपुर नगर निगम करोड़ों रूपये के बजट से इस काइन हाउस को संचालित कर रहा है. काइन हाउस में तैनात कर्मचारियों की मानें तो हर दिन यहां 2 से 3 गाय मौत के काल में समा रही हैं. बावजूद इसके प्रशासन इसकी सुध लेने को राजी नहीं है. 
आजतक की टीम ने जब यहां का दौरा किया तो देखा कि गायों के लिए खरीदा गया चारा बारिश की भेंट चढ़ रहा है. वहीं पीने का पानी दूषित हो चुका है. साथ ही गोशाला के अंदर साफ-सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
इस काइन हाउस की क्षमता 250 गाय रखने की है. मगर इससे आगे बढ़कर मौजूदा वक्त में यहां 325 गाय हैं. गाय, बैल और बछड़े सभी एक छत के नीचे पल रहे हैं. नवजात बछड़ों को रखने के लिए भी अलग से व्यवस्था नहीं की गई है. ये हाल तक है जब निगम ने सिर्फ गायों की देखभाल के लिए इसी साल 1 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है. 
 गोशाला सामिति के अध्यक्ष रमेश चंदेल ने गायों की मौत पर चिंता जताते हुए इसका ठीकरा सरकारी व्यवस्थाओं पर फोड़ा. वहीं महापौर चन्द्र सिंह कोठारी ने कहा कि गायों का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. 
 आपको बता दें कि गाय के बीफ और गाय हत्या पर इस समय देश में एक नया संग्राम चालू है. अब इस संग्राम के दौर में भी अगर गाय हत्या होती रही तो फिर गाय बचेगी कब और राजनीत का मुद्दा भी गायब हो जायेगा. पुरे देश में शांति आएगी. हम सब मिलकर सही तरीके से गाय को बचाएं और देश को खुशहाल बनाएं. 

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