बिहार: राजनधानी पटना में सचिवालय से ढाई दशक पहले 950 करोड़ से अधिक के चारा घोटाले के लिए चर्चित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग से बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण फाइलें चोरी हो गईं हैं। यह काम बाकायदा तीन अलमारियों का ताला तोड़ कर किया गया।
केन्द्रीय मंत्री और बिहार से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रुड़ी ने चारा घोटाले से संबंधित फाइल चोरी होने पर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के सरकारी सिस्टम में जरुर कोई ऐसा है जो आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दोषमुक्त सिद्ध करने के लिए दिमाग लगा रहा है।
विकास भवन स्थित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पहले तल्ले से 25-26 अप्रैल की रात को फाइलें चोरी हुईं और एफआईआर दर्ज कराई गई 16 मई को। पहले तो विभागीय स्तर फाइलों को तलाशने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिलने पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार विभाग की विधि शाखा के एक क्लर्क को इन फाइलों का प्रभार दिया गया था। लेकिन उनके प्रभार ग्रहण करने से पहले ही रहस्यमय तरीके से सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज व फाइलें गायब कर दी गईं। सचिवालय थाना प्रभारी अमरेन्द्र झा ने बताया कि मामले का अनुसंधानक (आईओ) नियुक्त कर दिया गया है। मामले की गहराई से जांच होगी।
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामले का अनुसंधानक (आईओ) नियुक्त कर दिया गया है। चोरी के सभी पहलुओं की जांच होगी व संबद्ध लोगों से पूछताछ जल्द शुरू की जाएगी।