राजीव गांधी के हत्यारों ने संयुक्त राष्ट्र में चिट्ठी लिख लगाई रिहाई की गुहार
Rajiv Gandhi assassins appealed in the United Nations;
नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी मुरुगन ने अपनी रिहाई के लिए संयुक्त राष्ट्र में अपील की है। नलिनी ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को लिखी छह पन्नों की अपनी चिट्ठी में आयोग से भारत सरकार को उसे रिहा करने का निर्देश देने की मांग की है। चिट्ठी में उसने आयोग ने गुजारिश की है कि भारतीय जेल में सबसे ज्यादा वक्त से बंद महिला कैदी होने की बात को ध्यान में रखते हुए वह केंद्र को अनुच्छेद 72 के अंतर्गत उसे रिहा करने को कहे।
नलिनी ने लिखा है कि वो और उनके साथ छह अन्य साथी आजीवन कारावास की सजा काटने के बाद अब भी जेल में हैं। उसने लिखा है कि यहां कई विशेष योजनाएं हैं, जिसके तहत उसे रिहा किया जा सकता है, लेकिन राज्य सरकार ने यह साफ कर रखा है कि चूंकि उसके मामले की जांच सीबीआई ने की थी, इसलिए उसे राज्य की किसी योजना के तहत रिहा नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया किया की महात्मा गांधी की हत्या के मामले में दोषी नाथूराम गोडसे को भी सजा काटने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था। नलिनी ने कहा कि उसे इस तरह से जेल में बंद रखना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन और केंद्र व तमिलनाडु सरकार की नाकामी है।