पटना: आतंकी संगठनों ने भारत-नेपाल सीमा पर कोसी नदी पर निर्मित कोसी बराज को उड़ाने की धमकी दी है। सुनसरी (नेपाल) के सीडीओ मोहन बहादुर चापागई ने इसकी पुश्टि की है, हालांकि बिहार के आला अधिकारियों ने जानकारी तक से इंकार किया है।
इन दिनों कोसी के जलस्तर में रिकार्ड बढ़ाेतरी को देखते हुए बराज पर पानी का भारी दबाव है। बताया जाता है कि आतंकियों की नजर कोसी बराज पर है। ऐसे में अगर बराज टूटा तो बिहार के बड़े भूभाग में जल-प्रलय तय है। आतंकियों की इस मंशा को भांपकर नेपाल सरकार अलर्ट है। बराज की सुरक्षा में सुनसरी जिला प्रशासन के साथ-साथ एपीएफ की एक टुकड़ी को भी तैनात किया गया है। वहां से गुजरने वाली गाड़ियों की सघन जांच की जा रही है।
इस बीच बिहार के वरीय अधिकारी आतंकी धमकी की बाबत जानकारी से इंकार करते रहे। दो देशों के बीच के इस संवेदनशील मामले की जानकारी से अधिकारी भले ही इंकार करें, बराज के निकट भारतीय इलाके में भी सुरक्षा बलों की सक्रियता बढ़ी हुई है।
बराज टूटा तो मचेगी तबाही
कोसी नदी में पिछले 50 साल में 2008 जैसी बाढ़ नहीं आई थी। उस बाढ़ ने 250 लोग मारे गए थे, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए थे। करीब तीन लाख घरों और 8.40 लाख एकड़ में लगी फसलें नष्ट हो गईं थीं। तब अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा और सुपौल जिले सर्वाधिक प्रभावित हुए थे। अगर आतंकी हमले से बराज टूटा तो ये जिले फिर तबाह हो जाएंगे।
- पिछले 72 घंटे में कोसी के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। शनिवार शाम 4 बजे वीरपुर बराज का जलस्तर 2.50 लाख घनमीटर प्रति सेकंड दर्ज किया गया। इसमें और वृद्धि की आशंका जताई जा रही है।
- इस साल कोसी का यह अधिकतम जलप्रवाह है। इसने 2015 के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है। इससे पहले तीन सितंबर 2015 को जलस्तर 2.47 लाख घनमीटर प्रति सेकंड दर्ज किया गया था।