यूपी के इस मंत्री ने बिना सरकारी मदद के खुद ही चलाया फावड़ा, जाने क्यों

Update: 2016-08-14 07:55 GMT
बहराइच: यूपी सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री बंशीधर बौद्ध अलग ही किस्म के मंत्री हैं। अपनी सादगी के लिए पहचाने जाने वाले बंशीधर के कच्चे मकान की दीवार शनिवार को बारिश की वजह से ढह गई। बंशीधर बौद्ध का मकान कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के अंतर्गत नई बस्ती टेड़िया गांव में स्थित है। इस हादसे में एक लाख से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।

इस मामले में तहसील को सूचना नहीं दी गई। हालांकि राज्यमंत्री का घर ढहने की सूचना से क्षेत्र के लोग सकते में हैं। घटना की सूचना पर क्षेत्रीय राजस्वकर्मी भी पहुंचे, लेकिन राज्यमंत्री ने मदद लेने से इंकार कर दिया। बारिश कम होने पर मंत्री ने पत्नी और बच्चों के साथ मिलकर खुद ही मलबा हटाया और सारा सामान निकाला। फिर घर में घुसे पानी को निकालने के लिए फावड़े से खुद ही नाली बनाई।

दैवीय आपदा राहत के मामले में पीड़ित व्यक्ति को क्लेम करना होता है। अभी तक राज्यमंत्री बंशीधर बौद्ध ने कोई क्लेम नहीं किया है। राज्यमंत्री के क्लेम करने पर राजस्वकर्मियों से रिपोर्ट मांगी जाएगी। इसके बाद मुआवजे की कार्रवाई होगी। उपजिलाधिकारी अमिताभ यादव ने कहा कि वन क्षेत्र में पक्का मकान बनाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में गरीब और अमीर सभी कच्चे मकानों में रहते हैं।

बंशीधर को यूपी कैबिनेट में तब जगह मिली थी, जब उनकी सादगी चर्चा में आई थी। बंशीधर के पास न तो कोई गाड़ी है, न बैंक बैलेंस और न ही ज्यादा बड़ा खेत ही उनके पास है। वह कई साल पहले बलिया से रोजगार की तलाश में बहराइच आए थे।

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