बाप ने बेटी के जिस्म से बुझाई हवस की आग, फिर पहुंची पुलिस और ...

Update: 2017-07-17 11:17 GMT

यूपी के बदायूं जिले के सहसवान थाना क्षेत्र के एक गांव में एक पिता ने अपनी ही नाबालिग बेटी को हवस का शिकार बना डाला. पीड़िता के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो कानून के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है.

अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण )सुरेन्द प्रताप सिंह ने बताया कि बीते शनिवार की रात 11 वर्षीय बेटी घर में अकेली थी. उसी समय आरोपी पिता ने उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता ने अपने चाचा से आपबीती बताई, तो उन्होंने तुरंत थाने में जाकर इसकी शिकायत दर्ज करा दी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके मामले की जांच शुरू कर दी है. 

वहीं, शाहजहांपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर ने अपने सहयोगी की मदद से एक नाबालिग लड़की को अस्पताल के कमरे में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है. पीड़िता के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो कानून के तहत केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है.

थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि रविवार की दोपहर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जरीयनपुर के पड़ोसी गांव में रहने वाली किशोरी अपने कपड़े सिलवाने बाजार जा रही थी. सीएचसी पर तैनात डॉक्टर नरेन्द्र यादव ने अपने सहयोगी संतोष यादव उर्फ सतीश की मदद से किशोरी को बुलवाया. उसे झांसा देकर दोनों दवा वितरण कक्ष में ले गए और गैंगरेप किया.

पुलिस के मुताबिक, नाबालिग लड़की को एक युवक के साथ स्वास्थ्य केन्द्र में जाते देख आसपास के लोगों ने उसके भाई को इसकी सूचना दी. सूचना पर किशोरी का भाई ग्रामीणों के साथ डॉक्टर के कक्ष में पहुंचा, जहां डॉक्टर और किशोरी को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर पुलिस को सूचना दी गई. इसी दौरान डॉक्टर और उसका सहयोगी मौके से फरार हो गए.

इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी बलदेव सिंह खंडेला ने थाने पहुंचकर किशोरी और उसके भाई से मामले की पूरी जानकारी ली. इसके बाद पुलिस ने देर रात मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. डॉक्टर के खिलाफ दर्ज मामले में पॉक्सो भी लगाया गया है. पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन कर दिया गया है.

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