यूपी बुलंदशहर में तालाब में दिखी मरी गाय, बेकाबू हुए उपद्रवी, कई धार्मिक स्थल तोड़े

In the UP Bulandshahr, in the pond, dead cow, uncontrollable rioters, break many religious places

Update: 2017-08-26 03:29 GMT
फ़ाइल फोटो

देशभर में इन दिनों गाय की सुरक्षा के नाम पर बहुत हिंसाएं हो रही हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का है जहां पर तालाब में मरी गाय देखने के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने कई घर लूट लिए और धार्मिक स्थलों में तोड़फोड कर दी।


यह मामला जिला के अदौली गांव का है। चश्मदीदों के मुताबिक यह घटना शुक्रवार की है। एक ग्रामीण ने बताया कि करीब सौ की संख्या में लोगों ने गांव को निशाना बनाया था। अपना नाम गुप्त रखे जाने की शर्त पर एक ग्रामीण ने बताया भीड़ ने कई घरों को लूटा और हमारे दो धार्मिक स्थलों में जमकर तोड़फोड़ की गई है।



इस घटना के बाद डरे कई लोग अपने घरों में ताला लगाकर किसी सुरक्षित स्थान पर चले गए है ताकि आगे इस प्रकार का हमला उनके परिवार पर न हो पाए। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार सिटी एसपी प्रवीण रंजन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार साथ पुलिस थानों की फॉर्स समेत पूरे गांव में पीएसी बटालियन को तैनात कर दिया गया है। इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल स्थिती नियंत्रण में है।

ग्रामीण थाना क्षेत्र के एसपी प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि हमें अदौली गांव के तालाब में एक मरी गाय के होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया और कुछ लोगों से पूछताछ करने के लिए थाने भी ले गई। तिवारी ने बताया कि गाय के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे जला दिया गया।

इसके बाद जब पुलिस घटनास्थल से वापस थाने आ गई तो फिर से वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्होंने ग्रामीणों को अपना निशाना बनाते हुए उनपर पत्थर फेंके और उनके घर भी लूट लिए। सब्जी विक्रेता आबाद अली ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि रोज की तरह ही मैं अपने काम पर जा रहा था कि तभी अचानक भीडं मेरी तरफ दौड़ पड़ी। भीड़ में से कुछ लोगों ने मेरे साथ मारपीट की तो कुछ लोगों ने मेरे ठेले से सब्जियां फेंकना शुरु कर दिया। आबाद के अलावा ऐसे कई लोग है जो इस भीड़ का शिकार हुए हैं। आलीम अहमद ने बताया कि हमारे धार्मिक स्थल को तोड़ने के बाद भीड़ जबरन मेरे घर में घुस गई और काफी कीमती सामान लूट कर ले गई जो मैंरे ईद के अगले दिन होने वाली मेरी बेटी की शादी के लिए इकट्ठा किया था।

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