CM के स्वच्छता आंदोलन से जुड़ें लोग बनाएं क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी: शलभ मणि त्रिपाठी
CM join Cleanliness Movement Clean UP-Green UP;
लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि लखनऊ के राजा राममोहन राय वार्ड से स्वच्छता अभियान की शुरूआत कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंदगी के खिलाफ एक बड़ा जनांदोलन छेड़ दिया है और अब इस आंदोलन को कामयाब बनाने के लिए हर किसी के सहयोग की जरूरत है. त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश की जनता का सहयोग मुख्यमंत्री के साथ इस आंदोलन को सफल बनाने तथा उत्तर प्रदेश को सुंदर प्रदेश बनाने की दिशा में बड़ी सफलता प्रदान करेगी.
हम क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी का सपना पूरा करने हेतु हम सभी को संकल्पवद्ध होने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर ये जनांदोलन शुरू हुआ है और इस जनांदोलन को सफल बनाना अब हम सभी का दायित्य है. 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने स्वयं झाड़ू लेकर सड़क पर सफाई की शुरूआत की थी और आज पहली बार उत्तर प्रदेश के कोई मुख्यमंत्री सफाई लिए खुद झाड़ू लेकर सड़क पर उतरे हैं.
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में आई स्वच्छता की सर्वेक्षण रैंकिंग के नतीजे चिंतित करने वाले हैं. खासतौर पर उत्तर प्रदेश के लिहाज से पूर्व की सरकारों ने अगर ध्यान दिया होता तो स्वच्छता की रैंकिग में शायद उत्तर प्रदेश भी बेहतर स्थिति में होता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने की दिशा में मजबूत पहल की है और अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई थी.
पर अब जबकि सर्वे में उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में गंदगी के आंकड़े सामने आएं हैं तब खुद मुख्यमंत्री जी ने गंदगी के खिलाफ एक बड़े जनांदोलन की शुरूआत कर दी है. अब जरूरत है कि लोग इस जनांदोलन में अपनी सहभागिता दें और उत्तर प्रदेश को साफ और सुंदर बनाने का अभियान पूरा करें. मुख्यमंत्री ने इस जनआंदोलन को सफल बनाने के लिए सरकार के मंत्रियों को भी दायित्व दिया है इसके तहत हर महीने के पहले शनिवार को मंत्री श्रम दान कर लोगों को सफाई के लिए प्रेरित करेंगे.
इसके चलते सफाई का यह अभियान अनवरत चलता रहेगा. त्रिपाठी ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को साफ और सुंदर बनाकर हम देश और दुनिया के सामने उदाहरण पेश कर सकते हैं. दुनिया के तमाम शहरों में स्वच्छता को लेकर सकारात्मक होड़ चल रही है और हमें भी इस होड़ में आगे आकर मिसाल बनना चाहिए. सफाई के इस जनांदोलन का सफल होना हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए भी बेहद जरूरी है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ये पहल सराहनीय है.
मुख्यमंत्री की कोशिशों का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में सफाई अब एक बड़ा मुद्दा बनने लगी है. गंदगी और पुरानी फाइलों के अंबार से भरे पड़े तमाम सरकारी दफ्तरों की सूरत पिछले एक महीने में बदली है. पान बीड़ी और गुटखे से गंदे दफ्तर भी बदल चुके हैं. और अब जरूरत है गैर सरकारी भवनों, कालोनियों और इलाकों में भी सफाई के लिए जनसहयोग की.
प्रदेश प्रवक्ता ने उत्तर प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए थोड़ा वक्त अपने आस पास के इलाके की सफाई के लिए भी दें और जिस तरह अपने घर की सफाई करते हैं वैसे ही बाहर की सफाई की भी चिंता करें. हमारा एक बड़ा वक्त घर से बाहर बीतता है और इसके चलते घर के बाहर फैली गंदगी व प्रदूषण के दुष्परिणाम भी हमें ही झेलने पड़ते हैं.
त्रिपाठी ने कहा कि हमें खुद भी साफ सफाई के लिए प्रेरित होने के साथ ही उन लोगों के बीच भी जागरूकता फैलानी चाहिए जो गंदगी फैलाते हैं. ऐसा करके हम गंदगी फैलाने वाले लोगों को भी सफाई के इस बड़े जनांदोलन का हिस्सा बना सकते हैं और स्वस्थ भारत व श्रेष्ठ भारत का र्निमाण कर सकते है.
हम क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी का सपना पूरा करने हेतु हम सभी को संकल्पवद्ध होने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर ये जनांदोलन शुरू हुआ है और इस जनांदोलन को सफल बनाना अब हम सभी का दायित्य है. 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने स्वयं झाड़ू लेकर सड़क पर सफाई की शुरूआत की थी और आज पहली बार उत्तर प्रदेश के कोई मुख्यमंत्री सफाई लिए खुद झाड़ू लेकर सड़क पर उतरे हैं.
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में आई स्वच्छता की सर्वेक्षण रैंकिंग के नतीजे चिंतित करने वाले हैं. खासतौर पर उत्तर प्रदेश के लिहाज से पूर्व की सरकारों ने अगर ध्यान दिया होता तो स्वच्छता की रैंकिग में शायद उत्तर प्रदेश भी बेहतर स्थिति में होता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने की दिशा में मजबूत पहल की है और अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई थी.
पर अब जबकि सर्वे में उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में गंदगी के आंकड़े सामने आएं हैं तब खुद मुख्यमंत्री जी ने गंदगी के खिलाफ एक बड़े जनांदोलन की शुरूआत कर दी है. अब जरूरत है कि लोग इस जनांदोलन में अपनी सहभागिता दें और उत्तर प्रदेश को साफ और सुंदर बनाने का अभियान पूरा करें. मुख्यमंत्री ने इस जनआंदोलन को सफल बनाने के लिए सरकार के मंत्रियों को भी दायित्व दिया है इसके तहत हर महीने के पहले शनिवार को मंत्री श्रम दान कर लोगों को सफाई के लिए प्रेरित करेंगे.
इसके चलते सफाई का यह अभियान अनवरत चलता रहेगा. त्रिपाठी ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को साफ और सुंदर बनाकर हम देश और दुनिया के सामने उदाहरण पेश कर सकते हैं. दुनिया के तमाम शहरों में स्वच्छता को लेकर सकारात्मक होड़ चल रही है और हमें भी इस होड़ में आगे आकर मिसाल बनना चाहिए. सफाई के इस जनांदोलन का सफल होना हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए भी बेहद जरूरी है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ये पहल सराहनीय है.
मुख्यमंत्री की कोशिशों का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में सफाई अब एक बड़ा मुद्दा बनने लगी है. गंदगी और पुरानी फाइलों के अंबार से भरे पड़े तमाम सरकारी दफ्तरों की सूरत पिछले एक महीने में बदली है. पान बीड़ी और गुटखे से गंदे दफ्तर भी बदल चुके हैं. और अब जरूरत है गैर सरकारी भवनों, कालोनियों और इलाकों में भी सफाई के लिए जनसहयोग की.
प्रदेश प्रवक्ता ने उत्तर प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए थोड़ा वक्त अपने आस पास के इलाके की सफाई के लिए भी दें और जिस तरह अपने घर की सफाई करते हैं वैसे ही बाहर की सफाई की भी चिंता करें. हमारा एक बड़ा वक्त घर से बाहर बीतता है और इसके चलते घर के बाहर फैली गंदगी व प्रदूषण के दुष्परिणाम भी हमें ही झेलने पड़ते हैं.
त्रिपाठी ने कहा कि हमें खुद भी साफ सफाई के लिए प्रेरित होने के साथ ही उन लोगों के बीच भी जागरूकता फैलानी चाहिए जो गंदगी फैलाते हैं. ऐसा करके हम गंदगी फैलाने वाले लोगों को भी सफाई के इस बड़े जनांदोलन का हिस्सा बना सकते हैं और स्वस्थ भारत व श्रेष्ठ भारत का र्निमाण कर सकते है.