फांसी लगे चाहे कुछ भी हो राम मंदिर बहीं बनायेंगे-बीजेपी पूर्व सांसद वेदांती
अयोध्या हिन्दू धाम के पीठाधीश्वर वेदांती जी ने कहा है कि चाहे फांसी लगे चाहे जेल हो रामलला के लिए सब कुछ मंजूर है बस एक राम मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए. में कतई झूंठ बोलने बाला नहीं हूँ ढांचा को मैने कार सेवकों के साथ मिलकर तोडा था. कहा भी था एक धक्का और दो जय श्री राम बोल दो. यह बात उन्होंने अयोध्या में कही.
अयोध्या हिन्दू धाम से वशिष्ठ पीठाधीश्वर पूज्य वेदान्ती जी महाराज अपने सैकड़ो श्री राम भक्त समर्थकों के साथ श्री राम जन्म भूमि में रामलला जी का दर्शन करने के लिए काफिले के साथ प्रस्थान किए तो यल आई यू और उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों ने श्री हनुमान गढ़ी तिराहे पर ही उनके वाहनों के काफिले को रोक दिया.
इसके बाद पैदल ही वेदान्ती अपने समर्थको के साथ सुरक्षा जांच कराकर श्री राम लला जी का दर्शन कर श्री रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प लिया. इसके बाद वहां सैकड़ों मीडिया से मुखातिब होते हुए वेदान्ती जी ने अपना वक्तब्य देते हुए कहा कि हमने श्री राम लला जी के चरणों में मंदिर निर्माण का संकल्प दोहराया और कहा यदि 2018 दिसंबर तक संसद में कानून बनाकर या आपसी सहमति से मंदिर निर्माण का रास्ता साफ नहीं होता तो हम देश के संतों के साथ बैठकर जिस तरह 6 दिसंबर 1992 को विवादित खण्डहर गिराया गया था.
उसी तरह जन आंदोलन कर श्री राम लला के मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ करेंगे. वरिष्ठ स्तम्भकर सूर्य नाथ सिंह के इस बात का खंडन करते हुए कि 6 दिसम्बर 1992 को वेदान्ती जी अयोध्या में थे ही नहीं पर मीडिया कर्मियों को बताया कि इसके लिये उन्हें 6 दिसंबर का चश्मा लगाना पड़ेगा और आश्चर्य ब्यक्त किया. जब पूरी दुनिया इस बात को देख रही थी कि 6 दिसम्बर का संचालन करते हुए वेदान्ती जी के साथ उस समय मंच पर गोरक्ष पीठाधीश्वर पूज्य अवैद्य नाथ जी महाराज अशोक जी सिंघल मौजूद थे और वेदान्ती जी ने कार्यसेवकों को नारा लगाते हुए कहा था जय श्री राम बोल दो एक धक्का और दो ,जय श्री राम बोल दो पुराना खण्डहर तोड़ दो उस समय सूर्य नाथ सिंह सूर्य हो गये थे क्या.