मैं तो समाजवादी पार्टी से हट गया, फिर भी क्यों अलग हैं मुलायम-अखिलेश: अमर सिंह

राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी से अपने संबंधों को लेकर बात की, उन्होंने कहा की ‘आजम खां, रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव ने शर्त रखी थी कि यह बाहरी आदमी (अमर सिंह) चला जाए।

Update: 2017-07-06 07:16 GMT
नई दिल्लीः राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी से अपने संबंधों को लेकर बात की, उन्होंने कहा की 'आजम खां, रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव ने शर्त रखी थी कि यह बाहरी आदमी (अमर सिंह) चला जाए।' यह कहते हुए मुलायम सिंह ने मुझसे कहा था कि मेरे प्रति जो प्रेम है आप उसका बलिदान दे दी दीजिए, मुझे सपा अध्यक्ष की कुर्सी मिल जाएगी।
मैंने उनके अनुरोध पर उस प्रेम का बलिदान दे दिया और मैं अलग हो गया। लेकिन, इसके बाद भी उनको कुर्सी तो मिली नहीं, मैं भी नहीं मिला। मुलायम सिंह का हाल ऐसा हो गया कि 'ना खुदा मिला, ना विसाल-ए-सनम'। आजम खां को कुछ पता नहीं है। मैं अहंकारी नहीं ,स्वाभिमानी हूं। चरण छूने की राजनीति मैं नहीं करता। आप लोग कभी ये नहीं पूछते कि मैं मुलायम सिंह के साथ 20 साल कैसे रहा।
हाल में ही मुलायम सिंह ने कहा था कि 'वो मेरे दल में नहीं है, लेकिन दिल में हैं'। आजम खां के कारण मुझे दो बार समाजवादी पार्टी से निकाला गया, उन्होंने मुझे अभद्र शब्दों की उपाधि दी, मेेरे चरित्र पर सवाल उठाए, लेकिन मुलायम सिंह ने तो कुछ नहीं कहा। लेकिन, जो मैंने पहले बोला वो अब भी बोलता हूं। मैं जो भी बोलता हूं, उस पर अडिग रहता हूं, पल-पल या फिर कुछ घंटों बाद बयान नहीं बदलता। अगर मैं विभाजन की वजह था, मैं जो 'बाहरी' था, बीच से हट गया हूं। फिर पिता मुलायम और पुत्र अखिलेश अलग-अलग क्यों हैं? दोनों एक क्यों नहीं होते?

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