एक ऐसी यूनिवर्सिटी जो थर्ड जेंडर को देगी मुफ्त शिक्षा

भारत में थर्ड जेंडर समुदाय (किन्नर) की स्थिति बहुत ख़राब है इस समुदाय में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जिनसे उनके परिवार वाले मुंह मोड़ लेते हैं, उनकी ठीक से पढ़ाई लिखाई नहीं हो पाती...;

Update: 2017-06-30 15:44 GMT
वाराणसी (आशुतोष त्रिपाठी) : भारत में थर्ड जेंडर समुदाय (किन्नर) की स्थिति बहुत ख़राब है इस समुदाय में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जिनसे उनके परिवार वाले मुंह मोड़ लेते हैं, उनकी ठीक से पढ़ाई लिखाई नहीं हो पाती हो और ना ही अच्छी परवरिश मिल पाती है लेकिन भारत में एक ऐसी यूनिवर्सिटी है जो इन्हें मुफ्त शिक्षा देकर इनके शिक्षा की डगर को आसान बनाने वाली है।जी हां हम बात कर रहे हैं इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू )की। यूनिवर्सिटी इस समुदाय के लिए काफी कुछ करने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करा रही है।
भारत सरकार की पहल पर थर्ड जेंडर समुदाय को मुख्यधारा में लाने के लिए किया जा रहा प्रयास अब रंग लाने लगा है सर्वप्रथम उन्हें मतदान का अधिकार दिया गया तथा उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने हेतु विभिन्न योजनाएं आरंभ की गई तो वहीं इग्नू के कुलपति प्रोफेसर रविंद्र कुमार ने उन्हें इग्नू के सभी पाठ्यक्रमों में नि:शुल्क प्रवेश देने की घोषणा कर इस समुदाय के शैक्षणिक मानसिक स्तर को सुधारने की एक अनोखी पहल भी की है।
अब किन्नर पूरे देश में कहीं भी इग्नू के किसी भी पाठ्यक्रम में मुफ्त प्रवेश ले सकते हैं। इसके लिए उनके पास उस पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु निम्नतम अहर्ता होनी चाहिए। नि:शुल्क प्रवेशहेतु आवश्यक है कि उनके पास केंद्र सरकार,राज्य सरकार,मेडिकल अफसर या किसी अन्य सक्षम अधिकारी द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र अथवा आधार कार्ड हो तभी उन्हें यह सुविधा प्राप्त हो सकती है।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र वाराणसी के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर अवध नारायण त्रिपाठी ने इग्नू के कुलपति प्रोफ़ेसर रविंद्र कुमार के इस मानवीय पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि इससे किन्नर समुदाय के युवा एवं बच्चे ना सिर्फ शिक्षित हो सकेंगे अपितु इस क्रांतिकारी कदम से समाज की उनके प्रति सोच में भी उल्लेखनीय बदलाव हो सकेगा तथा वह भी मुख्यधारा से जुड़कर एक समान नागरिक का जीवन व्यतीत कर सकेंगे।

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