दलित को नहीं मिली एम्बुलेंस, कंधे पर रखकर ले गया बच्ची का शव, वाह रे उत्तरप्रदेश!
Dalit not found ambulance
जिला अस्पताल से भांजी के शव को कंधे में लाद कर घर ले जाने के मामले में प्रशासन आरोपियों को बचाने के लिए खुल कर उतर चुका है. एक तरफ बेटे की मौत से पिता दुखी है. दूसरी तरफ सरकारी चिकित्सक और सीएमओ लगातार पीडित पिता पर इस बात का दबाव बना रहे है कि वह यह लिख कर दे दे कि उसकी बेटी की लाश उसके मामा बृज मोहन कन्धे में लाद कर नहीं लाये है.
दबाव डाल कर कहलाने का प्रयास किया जा रहा है, कि लाश ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मांगी है. बेटे की मौत से दुखी पिता इस मुसीबत में कुछ निर्णय नहीं कर पा रहा. मालक सद्दी निवासी दलित पूनम पुत्री अनन्त कुमार की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई है. जिसके शव को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करायी गयी है.
मामले की जानकारी मिलने के वाद आरोपी चिकित्सको के बिरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का निर्देश डीएम ने दिया, लेकिन इस मामले में भी पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया. बल्कि पुलिस के हस्तपक्षेप ना करने योग्य धाराओ में NCR दर्ज कर मामले को ठन्डे बस्ते में डालने का प्रयास पुलिस ने किया है. यह हाल उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद का है. उप मुख्यमंत्री इसी जिले की सिराथू विधानसभा से विधायक भी रह चुके है. अब भी यहीं से उपचुनाव लड़ने की फ़िराक में भी है.
रिपोर्ट नितिन अग्रहरी