यूपी का माहौल खराब करने को गुजराती और हैदराबादी भाई एक दिन आये लखनऊ- सपा
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि गुजराती-हैदराबादी गठजोड़ उत्तर प्रदेश में साजिशें रच रहा है। इनकी मंशा है कि यहाँ तनाव पैदा हो और सद््भाव बिगड़े। धर्मनिरपेक्षता खतरे में पड़े। प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिस विकास-एजेंडा को गति दे रहे हैं, उससे जनता में उनके प्रति अटूट विश्वास जगा है। विपक्षी दलो को यह पच नही रहा है। वे प्रदेश के विकास में अवरोध डालने से बाज नही आना चाहते हैं।
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। इन चुनावों से पहले शांति व्यवस्था का माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। कितना अजीब है कि लखनऊ में (13 अगस्त 2016 को) हैदराबादी और गुजराती दोनो भाई एक ही दिन पधारे और उन्होंने समाजवादी सरकार के खिलाफ आग उगलने में भी भाई-चारा निभाने में कोरकसर नही छोड़ी। एक सुर वाले बयानों से तो कोई भी यह समझ सकता है कि उनकी मंशा क्या है।
उत्तर प्रदेश की जनता कांग्रेस, भाजपा और बसपा तीनों पार्टियों की सरकारें देख चुकी हैं। बसपा राज में जातीयता और बसपा प्रमुख की सनक तथा लूट का बोलबाला रहा। पार्को, स्मारकों के नाम पर सरकारी ,खजाने की जमकर लूट हुई। कांग्रेस यथास्थिति वाली राजनीति करती रही है। प्रदेश में भूख, बेकारी, बीमारी, अशिक्षा आदि समस्यांए कांग्रेस राज की देन है। इसीलिए 27 वर्षो से उसका वनवास जारी है। जहाँ तक भाजपा का सवाल है उसका एक मात्र एजंेडा सांप्रदायिकता का जहर घोलकर सामाजिक तानाबाना को छिन्नभिन्न करना रहा है। बाबरी मस्जिद का ध्वंस भाजपा के नाम पर एक बड़ा कलंक है जिसके दाग मिटने वाले नही है।
अखिलेश यादव के नेतृृत्व में समाजवादी सरकार ने प्रदेश को हर मोर्चे पर विकास के नए आयाम दिये हैं। यह सरकार सामाजिक सद््भाव, धर्मनिरपेक्षता तथा लोकतांत्रिक समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध है। समाजवादी पार्टी सत्ता की नही व्यवस्था परिवर्तन के भी संघर्शशील है। गाँधीजी, डा0 लोहिया और जयप्रकाश नारायणजी ने जो रास्ता दिखाया चैधरी चरण सिंह के बाद श्री मुलायम सिंह यादव ने उस पर चलकर समाजवाद को प्रतिष्ठित किया। अब अखिलेश यादव के नेतृृत्व में लोकतांत्रिक ताकतों तथा संस्थाओं को उनकी गरिमा वापस हुई है।
आजादी के 69 वर्षो के बाद भी जनता को आजादी के वे सब लाभ नही मिल पाए है जिनका सपना स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान देखा गया था। समाजवादी आन्दोलन से सामाजिक न्याय को सही दिशा मिली है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार ने जनहित की तमाम योजनांए लागू की है जिनसे समाज का हर वर्ग लाभान्वित हुआ है। लेकिन केन्द्र सरकार और विपक्षी दलो का रवैया, असहयोगपूर्ण है। गैर बराबरी और शोषण के खिलाफ समाजवादी पार्टी और समाजवादी सरकार का संघर्ष इस सबके बावजूद जारी रहेगा।