लखनऊ : बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आज से CBI की विशेष अदालत में रोजाना सुनवाई होगी। इसमें सीबीआई की चार्जसीट के आधार पर बीजेपी के कई बड़े नेताओं पर आरोप तय किये जाने हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार रोजाना सुनवाई करके दो साल में फैसला देना होगा।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती समेत 13 लोग आरोपी हैं। इस मामले में राम विलास वेदांती साफ तौर पर बोल चुके हैं कि बाबरी मस्जिद ढांचा उन्होंने ही तुड़वाया था।
शनिवार को राम विलास वेदांती, बीएल शर्मा, चंपत राय, महंत नृत्य गोपाल दास और धर्मदास लखनऊ की स्पेशल CBI कोर्ट में सरेंडर करने के लिए पहुंचे थे। फिर कोर्ट ने उन सभी को 20-20 हजार रूपए के बॉन्ड पर जमानत दे दी।
बता दें कि 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए 13 लोगों पर आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा चलाने को कहा था। और इस मामले को एक महीने के अंदर सुनवाई शुरू कर जल्द ही निपटाने को कहा। कोर्ट ने दो साल के अंदर सुनवाई की समय-सीमा भी तय की है।