जुमें के दिन मिला था चार्ज जुमें के दिन ही गया!

Update: 2017-04-22 04:04 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जब पुलिस का जनता में इकवाल ना के बराबर बचा था ऐसे समय में सूबे की पुलिस कोई नेता एरा गेरा भी गलियां दे जाता था पुलिस रोज पिट रही थी उस दौर में इस सख्त कुर्सी पर जावीद अहमद की ताज पोशी हुई. आईपीएस जावीद अहमद वरिष्ठता क्रम में काफी जूनियर थे जिस कारण लोंगों ने उन पर अंगुलियाँ उठाई. लेकिन अपनी सख्त कार्यशैली के चलते और इमानदारी के कारण जनता के चहेते बने. 


  जावीद अहमद ने अपने सभी यूपी पुलिस के साथियों का आभार व्यक्त किया है. आप सबने हमें जो सहयोग दिया उसका हम तहेदिल से स्वागत करते है आप सभी यूपी पुलिस के जवानों पर प्रदेश की सुरक्षा निर्भर करती इसे ईमानदारी से हमेशा इसी तरह निभाते रहे. डीजीपी जावीद अहमद 1 जनवरी 2016 को इस पद पर शुक्रवार को पदस्थ हुए थे. संयोग से जब चार्ज हटा तो भी शुक्रवार 22 अप्रैल को. जुमें के दिन से शुरू होकर जुमें के दिन ही हटा. 



अपनी कुर्सी सम्भालते ही उन्होंने पुलिस को लेकर कई नए फैसले कर डाले जिससे उनकी चर्चा और तेज हो गई. पुलिस विभाग में एक दिन की छुट्टी उन्हीं की दें है. यूपी पुलिस को इंटरनेट पर देश की सबसे प्रथम स्थान की पुलिस बनाया. ट्विटर, फेसबुक से लेकर सब पर आम जनता की शिकायत सुनने की प्रक्रिया में तेजी आई. लेकिन बीते दिनों से ट्विटर पर पुलिस काफी सूस्त हो गई. कारण चर्चा हो गई कि सूबे को पुलिस का नया मुखिया मिलेगा. जावीद अहमद पाने कार्यकाल में पुलिस की साख पूरी तरह से बचाने में कामयाब रहे. अब उनको पीएसी का मुखिया बना दिया है.

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