लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भी समाजवादी पार्टी कुनबे की तकरार खत्म होती नहीं दिख रही है। मंगलवार को लखनऊ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा विधायकों और एमएलसी की मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में शिवपाल यादव नहीं पहुंचे थे। इस बैठक में सर्वसम्मति से दोबारा सरकार बनाने पर चर्चा हुई।
विधायकों और एमएलसी की बैठक सुबह करीब 10 बजे समाजवादी पार्टी दफ्तर में शुरु हुई। इस बैठक में पार्टी के सभी विधायकों को बुलाया गया था। इस बैठक में विधान परिषद में नेता विपक्ष चुनने का अधिकार अखिलेश यादव को मिला। विधान परिषद नेता सदन का अधिकारिक पत्र जल्द जारी होगा। विधानसभा में रामगोविंद चौधरी नेता सदन होंगे। वहीं 15 अप्रैल से समाजवादी पार्टी सक्रिय सदस्यता अभियान चलाएगी।
बताया जा रहा है कि नेता विपक्ष को लेकर शिवपाल सिंह यादव नाराज हैं। चर्चा थी कि शिवपाल सिंह यादव या आजम खां को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया जाएगा लेकिन अखिलेश यादव ने राम गोविंद चौधरी को नेता विपक्ष चुना। जबकि अखिलेश यादव ने विधानपरिषद में अहमद हसन को नेता बनाया है।