आजम खान के खिलाफ मुस्लिम धर्मगुरु ने जारी किया बड़ा फतवा

Update: 2017-05-12 11:17 GMT
रामपुर : यूपी में सत्ता गंवाने के बाद समाजवादी पार्टी के वरिस्ट नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ने वाली है। मुस्लिम धर्मगुरु ने आजम खान के खिलाफ बड़ा फतवा जारी किया है। और इस फतवे में आजम खान के ऊपर जो इल्जाम लगे है वो काफी गंभीर है।

दरअशल शौकतनगर और आलियागंज के निकट तामीर की गई जौहर यूनिवर्सिटी के लिए शहर के अहले सुन्नत के मशहूर दारुल उलूम जामिया नईमिया के दारुल इफ्ता ने कब्रिस्तान की जमीन इस्तेमाल करने और ताकत के बल पर किसानों की जमीन सस्ते में खरीदने को लेकर फतवा जारी किया है।

तंजीम अवामे अहले सुन्नत के सदर मोहब्बे अली नईमी ने दारुल उलूम जामिया नईमिया के दारुल इफ्ता से फतवा मांगा था। आजम के खिलाफ जारी फतवे में कहा गया है कि, 'ऐसा करना हराम है। ऐसा करने वाले खुल्लम-खुल्ला अल्लाह से तौबा करें और सताए हुए मुसलमानों से माफी मांगें। माफ न करने पर उनके हुकूक वापस करें।'

मामला था कि सींगनखेड़ा के मझरे आलियागंज और शौकतनगर के निकट तामीर की गई यूनिवर्सिटी के लिए कब्रें खोदकर सड़क बना दी गई। शौकतनगर और आलियागंज के मुसलमानों की जमीन यूनिवर्सिटी के लिए प्रशासन की ताकत के बल सस्ते में खरीदी गई। क्या ऐसा करना शरीयत के मुताबिक दुरुस्त है, 'जबकि ऐसा कराने वाले मुसलमान ही नहीं, बल्कि अपने आपको मुसलमानों के ठेकेदार भी समझते हैं।'

फतवे का जवाब देते हुए मुफ्ती ने कहा कि, 'मुसलमानों की कब्रों का अहतराम लाजिम और जरूरी है। उन पर चढ़ना, रोड बनाना, मकान व दुकान बनाया नाजायज व हराम है। कब्रों की तौहीन मुसलमान मुर्दों को ईजा व तकलीफ पहुंचती है। कुरान व हदीस और फिका की किताबों में इसकी वजाहत मौजूद है और जो लोग ऐसा करते हैं वह मलऊन और मरदूद हैं। ऐसे लोग सख्त अजाब-ए- इलाही के हकदार हैं।'

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