बीएचयू:कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय में पहली बार होगी सह शिक्षा की शुरुआत
BHU के इतिहास में पहली बार आर्ट्स और सोशल के स्नातक होगी सह शिक्षा की शुरुआत;
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: बीएचयू के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय में स्नातक स्तर पर छात्रों के साथ छात्राओ को भी प्रवेश देकर सह शिक्षा को एजूकेशन की शुरुआत की जायेगी। कुलपति प्रो0 गिरीश चन्द्र त्रिपाठी की पहल पर शैक्षणिक सत्र 2017-18 से यह व्यवस्था आरम्भ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि महामना पण्डित मदन मोहन मालवीय द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महिला महाविद्यालय की स्थापना की गयी थी। इसके अलावा वर्तमान में बीएचयू में महिला अध्ययन केन्द्र संचालित हो रहा है जिसके माध्यम से महिलाओ के उत्थान पर निरन्तर अध्ययन अध्यापन एवं शोध हो रहा है।
गौरतलब है कि अभी तक कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय को छोड़कर अन्य संकायो में छात्र-छात्राओ को प्रवेश दिया जाता था। यह पहला अवसर है जब दोनो संकायो में छात्रो के साथ-साथ छात्राओ को भी प्रवेश के उपरान्त अध्ययन के अवसर प्रदान किये जायेगे। इसके लिए दोनो संकायो में व्यापक स्तर पर तैयारियाँ की जा रही है, इस हेतु हेल्प डेस्क बनाये जा रहे है जहाॅ महिला शिक्षको के अलावा वरिष्ठ शोध छात्राएॅ मार्ग दर्शन का कार्य करेगी। इसके अतिरिक्त कला संकाय प्रमुख प्रो0 कुमार पंकज तथा सामाजिक विज्ञान संकाय प्रमुख प्रो0 मंजीत चतुर्वेदी के मार्ग दर्शन में दोनो संकायो में काउन्सिलिंग की व्यापक स्तर पर व्यवस्था की जा रही है। कला संकाय में 4 जुलाई तथा सामाजिक विज्ञान संकाय में 5 जुलाई से काउन्सिलिंग आरम्भ होगी।
BHU के इतिहास में पहली बार आर्ट्स और सोशल फैकेल्टी के स्नातक में होगी सह शिक्षा की शुरुआत