पड़ोसी देशों के लिए ISRO कल लॉन्च करेगा 'साउथ एशिया सैटेलाइट' पाकिस्तान को नहीं मिलेगा लाभ
ISRO launch South Asia Satellite;
श्रीहरिकोटा : 5 मई को भारत इतिहास के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाने जा रहा है। जी हां, कल ISRO श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 'साउथ एशिया सैटेलाइट' लॉन्च करेगा। इस सैटेलाइट लॉन्च से पाकिस्तान को छोड़कर एशिया के सभी पड़ोसी देशों को लाभ पहुंचेगा।
इस उपग्रह का उद्देश्य दक्षिण एशिया के देशों के बीच संपर्क, संचार और आपदा सहायता उपलब्ध कराना है। इससे पहले मंगलयान और एक साथ 104 सैटेलाइट लॉन्च करके भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने नया कीर्तिमान रचा था।
बता दे, कि 'साउथ एशिया सैटेलाइट' को GSLV-F09 रॉकेट से भेजा जाएगा। इस प्रोजेक्ट की पूरी लागत 450 करोड़ रूपए हैं। इस मिशन में अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव शामिल है।
2014 में सार्क सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सैटेलाइट के बारे में घोषणा करते हुए इसे पड़ोसियों को भारत का तोहफा बताया था। पहले इस सैटेलाइट का नाम सार्क सैटेलाइट रखने की योजना थी।
लेकिन इस परियोजना में पाकिस्तान के शामिल नहीं होने की वजह से इसका नाम साउथ एशिया सैटेलाइट रखा गया है। यह सैटेलाइट 12 वर्ष से ज्यादा के मिशन जीवन के लिए डिजाइन किया गया है।