अजित पवार के इस्‍तीफे के बाद देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा थोड़ी देर में

Update: 2019-11-26 09:32 GMT

अजित पवार ने महाराष्‍ट्र के उपमुख्‍यमंत्री पद से इस्‍तीफा दे दिया है. अजित पवार ने अपना इस्‍तीफा मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंप दिया है. अजित पवार के इस्‍तीफे के बाद महाराष्‍ट्र की सियासत में एक और ट्विस्‍ट आ गया है. कल शाम शरद पवार और उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में 162 विधायकों ने एकता बनाए रखने की शपथ ली थी. इसके बाद बीजेपी के भीतर भी सियासी समीकरण को मजबूत करने के लिए भागदौड़ तेज हो गई थी. आज सुबह सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि कल शाम 5 बजे तक फडनवीस सरकार सदन में बहुमत साबित करे जिसका प्रसारण लाइव हो एवं वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाए. साथ ही राज्‍यपाल से कहा गया कि वो प्रोटेम स्‍पीकर की नियुक्‍ति करें.

एक सवाल: क्या राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अब इस्तीफा देना चाहिए? और सर्जिकल स्ट्राइक के लिए जाने वालों ने उन्हें शपथ ग्रहण करने से पहले क्या कहा? और याद रखिये यह संवैधानिक तोड़फोड़ सर्वोच्च संवैधानिक पद तक जाती है !

अब अजित पवार का इस्‍तीफा हो गया है तो एक बार फिर महाराष्‍ट्र की राजनीति में कुछ नया होने जा रहा है. 3:30 बजे महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस प्रेंस कॉन्‍फ्रेंस करने जा रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि उस प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में वो कुछ बड़ी घोषणा कर सकते हैं. इधर सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि दिल्‍ली एक उच्‍च स्‍तारीय बैठक हो रही है जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हैं. 

इससे पहले संविधान दिवस के मौके पर जब सदन में प्रधानमंत्री भाषण दे रहे थे, विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गए थे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने महाराष्ट्र में केन्द्र के रवैये को लेकर कहा था कि उसे देखकर यह बात निश्चित नहीं है कि मौजूदा शासन के हाथ में संवैधानिक मानदंड सुरक्षित है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और उनकी पार्टी जीत हासिल करेंगी.

इस बीच शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 162 विधायकों का समर्थन है और ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. हालांकि बीजेपी ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को शक्ति प्रदर्शन से सभी दलों की स्थिति को स्पष्ट हो जायेगी. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने के उच्चतम न्यायालय के आदेश की प्रशंसा की थी वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि सत्य की हार नहीं हो सकती. 

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