लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश हुआ, विपक्ष ने किया हंगामा

कानून बनाना हमारा काम है।कानून पर बहस और उसकी व्याख्या अदालत में होती है

Update: 2019-06-21 07:24 GMT

नई दिल्ली। कानून मंत्री ने विधेयक को लोकसभा में पेश करने की मांग की है। वहीं तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि बिल में कहीं बातें संविधान के खिलाफ हैं। उन्होंने इसका विरोध किया है। लोकसभा में तीसरी बार तीन तलाक विधेयक सदन के पटल पर रखा गया है। जिसपर की हंगामा जारी है। इस विधेयक को कानून एवं विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेश किया। कांग्रेस ने बिल के ड्राफ्ट का विरोध किया है। इस विधेयक में तीन बदलाव किए गए हैं।

लोकसभा और राज्यसभा में दिमागी बुखार का मुद्दा शुक्रवार को गूंजा। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही उपसभापति ने श्रीलंका की चर्च में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति श्रद्धांजलि दी। इस पर विपक्ष के सांसदों ने बिहार में चमकी बुखार से मारे गए बच्चों के प्रति भी श्रद्धांजलि देने की मांग की। इसके बाद पूरे सदन में चमकी बिहार से जान गंवाने वाले बच्चों से मौन रखकर सदन के भीतर श्रद्धांजलि दी।

वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दिमागी बुखार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा की सरकार है। इसके जवाब में बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कुषोषण से कहीं भी कोई भी मौत दुखद है और एक मां होने के नाते मैं बच्चों की मौत का दर्द समझ सकती है।

ओवैसी ने तीन तलाक बिल पर सवाल उठाते हुए कहा- आपको मुस्लिम महिलाओं से इतनी मोहब्बत है तो केरल की महिलाओं के प्रति मोहब्बत क्यों नहीं है? आखिर सबरीमाला पर आपका रूख क्या है? असदुद्दीन ओवैसी ने तीन तलाक बिल का विरोध करते हुए कहा- यह आर्टिकल 14 और 15 का उल्लंघन है।

तीन तलाक बिल का विरोध करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा- किसी एक समुदाय को टार्गेट करने के बजाय ऐसा कॉमन लॉ बनाया जाए जिसमें ऐसा करने वाले सभी लोग इसके दायर में आ सके।

बिल को पेश करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा- 'इस कानून से मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा होगी।'  रविशंकर प्रसाद ने ट्रिपल तालाक बिल 2019 लोकसभा में पेश किए जाने के बाद कहा कि लोगों ने हमें कानून बनाने के लिए चुना है। कानून बनाना हमारा काम है।कानून पर बहस और उसकी व्याख्या अदालत में होती है, लोकसभा को अदालत मत बनाएं।'  ट्रिपल तालक के पीड़ितों को न्याय देना कानून है। ट्रिपल तालाक बिल 2019 के लोकसभा में पेश होने के बाद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की जाएगी। यह महिलाओं के न्याय और सशक्तिकरण के बारे में है।

 आज अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल सदन में गतिरोध रोकने के प्रावधान करने वाले प्राववेट मेम्बर बिल पर चर्चा कर इसे पास कराने की मांग करेंगे। यह बिल चुनाव से पहले ही पेश हो चुका था लेकिन अब तक इस पर गतिरोध के चलते चर्चा नहीं हो पाई है। तीन तलाक बिल पेश किए जाने के दौरान स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों को आपस में बातचीत को लेकर कई बार टोका। उन्होंने सदस्यों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने थोड़ा सख्त लहजे में यह तक कहा कि जिन्हें आपस में बात करनी है वे गैलरी में चले जाएं।

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